फ़रवरी 2019
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Pakistan के प्रधानमंत्री Imran Khan ने गुरुवार को संसद में कहा कि “हमने भारत के पायलट को पकडा है, कल उसे छोड़ दिया जाएगा”। इस बयान के बाद साफ हो गया है कि शुक्रवार को विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई हो जाएगी। प्रोटोकाल के तहत Pakistan, इंडियन अथार्टी को कल शाम तक सौंपेगे। गौरतलब है कि गुरुवार को पाकिस्तान के फाइटर प्लेन F-16 को मार गिराने वाले MIG-21 के पायलट विंग कमांडर अभिनंदन का प्लेन क्रैश हो गया। वे जब पैराशूट के जरिए जब नीचे उतरे तो वह सीमा पाकिस्तान की थी। भीड़ ने घेरा तो जाबांज अफसर ने पिस्टल निकाल अपनी सुरक्षा की। साथ ही पास के एक तालाब में आवश्यक दस्तावेज को नष्ट कर दिया। अभिनंदन के रिहाई का ऐलान होते ही देश के कोने-कोने में खुशी की लहर दौड़ गई। उनक पाकिस्तान में पकड़े जाने के बाद सोशल मीडिया में उनकी रिहाई को लेकर हर कोई प्रार्थना कर रहा था। आइए जानते हैं कि कौन हैं विंग कमांडर अभिनंदन और क्या है उनके परिवार का भारतीय वायुसेना से रिश्ता ?


YOGESH TRIPATHI


"बेटे की जाबांजी पर सीना गर्व से चौड़ा"


बेटे की जाबांजी पर आज रिटायर्ड एयर मार्शल एस. वर्धमान का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है। कुछ दिन पहले एक कार्यक्रम में रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्तमान ने कहा था कि फाइटर प्लेन ये नहीं जानता कि उसे उड़ाने वाला मर्द है या औरत। 1973 में एयर फोर्स ज्वाइन करने वाले रिटायर्ड एयर मार्शल एस वर्तमान के पास 4000 घंटे से ज्यादा और 40 से ज्यादा तरह के प्लेन उड़ा चुके हैं। करगिल जंग के दौरान वो ग्वालियर एयरबेस के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर थे।

विंग कमांडर की Wife  तन्वी मारवाह हैं रिटायर्ड स्क्वॉड्रन लीडर


बेंगलुरू में स्कूली पढ़ाई करने वाले विंग कमांडर अभिनंदन ने जीवनसाथी के तौर पर एयर फोर्स अधिकारी स्क्वॉड्रन लीडर तन्वी मरवाहा को चुना। तन्वी मरवाहा इंडियन एयरफोर्स में स्क्वॉड्रन लीडर के तौर पर काम करती थीं। करीब 15 साल की सर्विस के बाद हेलिकॉप्टर पायलट के तौर पर वे रिटायर हो चुकी हैं। तन्वी मरवाहा आईआईएम, अहमदाबाद से आर्म्ड फोर्सेज का एग्जीक्युटिव कोर्स कर वर्तमान समय में रिलायंस जियो में DGM के पद पर कार्यरत हैं। अभिनंदन और तन्वी का एक छोटा सा बच्चा तविश है।

रियल लाइफ में रील लाइफ की सीन


एयर मार्शल एस वर्तमान ने 2017 में आई मणि रत्नम की फिल्म कातरू वेलियिदई के लिए सलाहकार का काम किया था जो फिल्म करगिल युद्ध के दौरान एक भारतीय पायलट के पाकिस्तान में पकड़े जाने पर बनाई गई थी। संयोग देखिए कि उनके बेटे को पाकिस्तान ने एयर फोर्स मिशन के दौरान पकड़ लिया है।

नोट---सभी तस्वीरें पब्लिक प्लेटफॉर्म पर हैं, इसलिए Portal ने प्रयोग किया है।

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भारत की सीमा में घुसे Pakistan के फाइटर प्लेन F-16 को MIG-21 से मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्धन के पिता ने कहा कि मैं आप सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जो मेरे बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए हमेशा प्रार्थना कर रहे हैं। मेरा बेटा एक बहादुर सैनिक है। मुझे अपने बेटे पर गर्व है।


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पिता भी भारतीय वायु सेना (IAF) में थे अफसर


भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धन के पिता पिता एस.वर्धन भी वायु सेना में अफसर थे। वे एयर मार्शल के पद से सेवानिवृत हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि “मुझे अपने बेटे पर गर्व है। वह एक बहादुर सैनिक है। आप सभी लोग मेरे बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं इसके लिए मैं सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।

वो सलामत है, अच्छा और सुरक्षित है


एस.वर्धन ने कहा कि, ''आपकी चिंता और दुआओं के लिए धन्यवाद। भगवान के आशीर्वाद के लिए शुक्रिया। वो सलामत है, घायल नहीं है। अच्छा और सुरक्षित है.''

जाबांज सैनिक की तरह बात की


विंग कमांडर अभिनंदन वर्धन के पिता ने कहा कि, ''आपने देखा कैसे उसने एक जांबाज सैनिक की तरह बात की। उन्होंने कहा, मैं प्रार्थना करता हूं कि उसके साथ किसी तरह का कोई टॉर्चर ना हो और सलामत घर लौटे। मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं जो मेरे बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।''

भारत सरकार ने विंग कमांडर के साथ बर्ताव की निंदा की


भारत सरकार की तरफ से विंग कमांडर अभिनंदन वर्धन के साथ पाकिस्तानी सेना के बर्ताव की कड़ी निंदा की गई है। साथ ही भारत ने दो टूक शब्दों में पाकिस्तान से कहा है कि वो हमारे बहादुर पायलट को तत्काल वापस करे।

 

J&K के बड़गाम में भारतीय वायु सेना का चॉपर MI-17 क्रैश हो गया। इसमें UP के Kanpur स्थित चकेरी एरिया में रहने वाले दीपक पांडेय शहीद हो गए। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। यूपी सरकार के मंत्री सतीश महाना शहीद के घर पहुंचे। इस हादसे में मथुरा निवासी जवान पंकज भी शहीद हो गए। चॉपर में कुल 6 लोग सवार थे। खबर मिलते ही SSP (Kanpur) अनंत देव त्रिपाठी, DM विश्वास पंत, कैबिनेट मंत्री सतीश महाना घर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी।


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[caption id="attachment_18939" align="alignnone" width="695"] पायलट बेटे दीपक पांडेय के शहीद होने की खबर पाते ही गुमशुम हो गए पिता को ढांढस बंधाते कैबिनेट मंत्री सतीश महाना, जिलाधिकारी और एसएसपी।[/caption]

चकेरी के मंगला बिहार में रहता है दीपक पांडेय का परिवार


दीपक पांडेय कानपुर के चकेरी के मंगला विहार में रहते थे। उनके पिता राम प्रकाश पांडेय ने बताया कि दोपहर करीब एक बजे श्रीनगर एयरबेस से फोन आया। फोन पर उन्हें बताया गया कि प्लेन क्रैश में उनके बेटे दीपक पांडेय की जान चली गई है।  दीपक की श्रीनगर एयरबेस में तैनाती थी। दीपक ने कुछ साल पहले ही वायुसेना की नौकरी ज्वाइन की थी।

शहीद कारपोरल दीपक पांडेय के घर मचा कोहराम


Kanpur के कारपोरल दीपक पांडेय परिवार के इकलौते चिराग थे। उनके शहादत की खबर जैसे ही मंगला बिहार स्थित घर पहुंची तो कोहराम मच गया। उनके पिता राम प्रकाश पांडेय नौकरी से सेवानिवृत्त हो चुके हैं। खबर मिलते ही कानपुर के जिलाधिकारी विश्वास पंत और यूपी सरकार में मंत्री सतीश महाना शहीद के घर पहुंचे और परिवार को ढांढस बंधाया।

 

भारतीय सीमा में घुसे 5 लड़ाकू विमानों को खदेड़ने के दौरान भारतीय वायुसेना का एक विमान MIG-21 क्रैश हो गया। भारत सरकार ने पायलट के लापता होने की पुष्टि प्रेस कांफ्रेंस करके दी है। वहीं, Pakistan के कई पत्रकारों ने Video & Photo सोशल मीडिया पर जारी किया है। जिसमें बताया जा रहा है कि क्रैश विमान के पायलट को पकड़ लिया गया है। एक वीडियो में भारत के बहादुर पायलट के साथ मारपीट तक करते हुए पाकिस्तानी फौज दिखाई दे रही है। चूंकि पाकिस्तान सरकार की तरफ से पायलट के पकड़े जाने की खबर देर शाम तक नहीं पुष्ट की गई। विशेषज्ञों की राय में यदि पाकिस्तान पायलट के पकड़े जाने की पुष्टि करेगा तो उसे जेनेवा नियमों के तहत पायलट को सुरक्षा देनी पड़ेगी।


YOGESH TRIPATHI


इस वीडियो को पाकिस्तान के एक पत्रकार ने अपने Twitter पर पोस्ट किया


https://twitter.com/omar_quraishi/status/1100665696881565696

पायलट को लेकर Pak मीडिया में पोस्ट किए जा रहे Video


सोशल मीडिया facebook, Twitter, Instagram में दोपहर से ही पॉयलट को पकड़ने उसे पीटने और फिर पाकिस्तानी सेना के सामने पेश कर उससे बातचीत का वीडियो बनाने की फोटो वायरल की गई। पाकिस्तान की मीडिया के तरफ से सोशल मीडिया पर बताया जा रहा है कि जिसे पकड़ा गया है वो भारतीय वायुसेना का पायलट है। लेकिन पाकिस्तान की सरकार इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है। उसके पीछे कई तरह की कूटनीति भी बताई जा रही है।

https://twitter.com/YousafMalik41/status/1100669623110942720


Video में क्या कह रहे हैं भारत के बहादुर पायलट अभिनंदन


पाकिस्तान की सेना और अफसरों के सामने लहूलुहान हालत में जिस व्यक्ति की आंखों पर पट्टी बांध कर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने अपना सर्विस नंबर 27981 बताते हुए कहा कि उनका नाम अभिनंदन वर्धन है। वे विंग कमांडर की पोस्ट पर तैनात हैं।

https://twitter.com/IffatHasanRizvi/status/1100681000772866048

अभिनंदन के बारे में सोशल मीडिया में पाकिस्तान के पत्रकारों ने और भी जानकारियां शेयर की हैं। खास बात ये है कि पाकिस्तान सारी हरकत सोशल मीडिया के जरिए करवा रहा है। उसने खुल कर पायलट के बारे में कोई अधिकृत जानकारी नहीं दी है। सोशल मीडिया पर पायलट के पिता की भी फोटो जारी की गई है। बताया जा रहा है कि पायलट अभिनंदन के पिता एस.वर्धन भी एयरफोर्स बड़े पद पर रह चुके हैं।

https://twitter.com/omar_quraishi/status/1100699011336622080

भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने की प्रेस कांफ्रेंस


कॉन्फ्रेंस में रवीशकुमार बताया, ''भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के एक फाइटर एयरक्राफ्ट कोमार गिराया है. इस दौरान हमारा MiG 21 विमान क्रैश हो गया। इस कार्रवाई मेंएक पायलट लापता है। पाकिस्तान ये कह रहा है कि वो पायलट उसकी कस्टडी मेंहै. हम तथ्यों की जांच कर रहे हैं।'' ये प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब एक मिनट की थी और रवीश कुमार ने सिर्फ इतनी ही जानकारी शेयर की।

https://twitter.com/omar_quraishi/status/1100701038405918720

UP के Ex.CM और सपा सुप्रीमों Akhilesh Yadav इत्रनगरी कन्नौज से ही लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। उनकी धर्मपत्नी और वर्तमान में कन्नौज की सांसद डिंपल यादव चुनाव के प्रचार-प्रसार की कमान संभालेंगी। सपा संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ेंगे। ये बातें मीडिया से खुद Akhilesh Yadav ने अपने गृह जनपद इटावा में पत्रकारों से कहीं।


[caption id="attachment_18926" align="alignleft" width="150"] A Report By Avinash Chandra Tiwari [/caption]

 

कन्नौज से प्रदीप यादव के चुनाव लड़ने की थी अफवाह


सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बाद तमाम अफवाहों और अटकलों पर विराम लग गया। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ये खबर आई थी कि सपा सुप्रीमों आजमगढ़ से चुनाव लड़ेंगे। उसके बाद ये सवाल खड़ा हो गया कि कन्नौज से कौन होगा सपा प्रत्याशी ? इसी के बाद इटावा के भरथना निवासी और पूर्व सांसद प्रदीप यादव के कन्नौज से चुनाव लड़ने की चर्चाएं होने लगीं थीं।

डिंपल यादव के हाथों में रहेगी चुनाव की कमान


सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की पत्नी वर्तमान में कन्नौज से सांसद हैं। 2014 के चुनाव में सपा ने मोदी लहर में जो पांच सीटें जीती थीं। उसमें एक कन्नौज की भी थी। अब डिंपल यादव चुनाव के प्रचार-प्रसार के साथ तमाम जिम्मेदारियां निभातें नजर आएंगीं। गौरतलब है कि करीब साल भर पहले ही अखिलेश यादव ने ऐलान किया था कि वो इस बार डिंपल को चुनाव नहीं लड़ाएंगे।

तेज प्रताप यादव का कहीं और होगा समायोजन


सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने मैनपुरी के सांसद तेज प्रताप यादव की सराहना करते हुए कहा कि वो काफी मेहनती हैं। उनको कहीं और एडजेस्ट किया जाएगा। मैनपुरी से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को लड़ाया जाएगा। माना जा रहा है कि तेज प्रताप को कहीं और से प्रत्याशी बनाया जा सकता है या फिर संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी जा सकती है।

BJP में प्रत्याशिता को लेकर चल रहा है “शीतयुद्ध”


सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और डिंपल यादव की वजह से कन्नौज की लोकसभा सीट यूपी की VVIP सीट में एक है। बीजेपी समेत सभी विरोधी दलों की निगाह भी इस सीट पर बनी है। मोदी लहर के बाद भी 2014 में सुब्रत पाठक ये सीट हार गए थे। हालांकि उसके बाद बीजेपी ने उनको युवा मोर्चा का यूपी प्रेसीडेंट बनाया। वर्तमान में वे बीजेपी के प्रदेश मंत्री हैं। हालांकि उनकी प्रत्याशिता को लेकर संशय बना हुआ है। कन्नौज के रहने वाले एक पत्रकार का नाम भी बीजेपी की तरफ से चर्चा में है। पत्रकार के समर्थक उनको टिकट पक्का मिलने की बात कह रहे हैं। प्रत्याशिता को लेकर बीजेपी में “शीतयुद्ध” सा नजारा है। वहीं अखिलेश के ऐलान के बाद अब ये देखना है कि बीजेपी लोकल के ही किसी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाती है या फिर बाहर से किसी बड़े नाम को कन्नौज में उतारती है।

2017 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने 2 सीट जीती


2017 के विधान सभा चुनाव में बीजेपी ने कन्नौज की 3 विधानसभा सीटों में से 2 सीटों पर जीत हासिल की। कन्नौज सदर विधानसभा पर सपा के अनिल दोहरे जीते। छिबरामाऊ से बीजेपी की अर्चना पाण्डेय और तिर्वा विधानसभा से बीजेपी के कैलाश राजपूत जीते। बीजेपी में इसी बात को लेकर उत्साह है कि वो कन्नौज लोकसभा सीट को भी जीत सकती है। सपा के इस गढ़ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा होने की बात कही जा रही है।
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IAF Air Strikes In Pakistan के बाद दुश्मन मुल्क PAK काफी बौखलाहट में हैं। बुधवार उसके 5 फाइटर प्लेन भारतीय वायु सेना में दाखिल हुए तो भारत की वायु सेना ने सभी को खदेड़ दिया। इंडियन एयरफोर्स ने Pkistan के F-16 फाइटर प्लेन को मार गिराया। वहीं, पाकिस्तान भारत के दो विमानों को मारे जाने का फर्जी दावा कर रहा है। पाकिस्तान का ये भी दावा है कि उसने इंडियन एयरफोर्स के एक पायलेट को हिरासत में लिया है। भारत के सभी एयरपोर्ट हाईअलर्ट पर हैं। सीमा से जुड़े कई एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानों को रद्द कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आवास पर एक हाई लेवल की मीटिंग ले रहे हैं। जिसमें रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ गृहमंत्री राजनाथ सिंह और NSA चीफ अजीत डोभाल समेत कई बड़े सैन्य अफसर भी मौजूद हैं। वहीं भारत की खुफिया इकाइयों ने भी अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान भारत की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक का बदला लेने के लिए किसी भी तरह का हमला या फिर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकता है।


 

YOGESH TRIPATHI


https://twitter.com/ANI/status/1100653980617707520

PAK विमानों ने लौटते समय दो बम गिराए


सेना की तरफ से बताया गया है कि जब पाकिस्तान के विमान भारतीय वायु सेना के क्षेत्र में दाखिल हुए तो पहले से ही अलर्ट भारत के लड़ाकू विमानों ने घेराबंदी करते हुए सभी को खदेड़ दिया। लौटते समय पाकिस्तान के विमानों ने दो बम गिराए। इससे किसी के हताहत होने या फिर किसी भी प्रकार की क्षति नहीं हुई है। हालांकि भारत सरकार ने इसकी पुष्टि नहीं की है।

https://twitter.com/ANI/status/1100652809517780992

भारतीय वायुसेना ने की थी सर्जिकल एयर स्ट्राइक  


भारतीय वायुसेना ने मंगलवार की अलसुबह पाकिस्तान के बालाकोट जाकर जैश-ए-मोहम्मद के कैंप को तबाह कर दिया था। इस कार्रवाई में कम से कम 300 आतंकी मारे गए थे। भारत ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए किया था। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को आतंकियों ने पुलवामा में फिदायनी हमला किया था। जिसमें CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे।

PM अपने आवास पर कर रहे हैं Meeting


भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर पर इस समय तनाव बढ़ गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने आवास पर इस समय बड़ी बैठक कर रहे हैं। इस बैठक में गृह मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी मौजूद हैं।

हाई अलर्ट पर भारतीय वायुसेना के फाइटर प्लेन


भारतीय वायुसेना ने अपने सभी लड़ाकू विमानों को अलर्ट पर रखा है। पायलटों से कहा गया है कि 2 मिनट के अंदर उड़ान भरने के लिए तैयार रहें। आपको बता दें कि इस तरह का अलर्ट युद्ध के समय में ही जारी किया जाता है।

Pakistan ने भी रद्द की उड़ानें


पाकिस्तान ने भी बॉर्डर के पास वाले सभी एयरपोर्ट को अलर्ट पर रखा है। पाकिस्तान ने लाहौर, मुल्तान, फैसलाबाद, सियालकोट और इस्लामाबाद एयरपोर्ट से उड़ने वाली फ्लाइटों को कैंसिल कर दिया है।

Congress को बॉय-बॉय बोल चुके Kanpur के साकेत नगर निवासी प्रभाकर पांडेय अब सपा की साइकिल पर सवार हो चुके हैं। सपा सुप्रीमों Akhilesh Yadav की मौजूदगी में उन्होंने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया है। संकेत मिल रहे हैं ब्राम्हण बाहुल्य कानपुर लोकसभा सीट पर अखिलेश यादव उनको प्रत्याशी भी बना सकते हैं। प्रभाकर पांडेय का नाम राजनीति में नया नहीं बल्कि वे कांग्रेस के टिकट पर वर्ष 2018 में कानपुर देहात की सिकंदरा सीट से उपचुनाव लड़ चुके हैं।


[caption id="attachment_18918" align="aligncenter" width="650"] सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी ज्वाइन करते प्रभाकर पांडेय।[/caption]

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प्रभाकर पांडेय के परिवार की है पुरानी राजनीतिक पृष्ठभूमि


कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी को ज्वाइन करने वाले प्रभाकर पांडेय के परिवार का राजनीति से पुराना नाता है। उनके पिता संतोष कुमार पांडेय औरैया की बिधूना विधान सभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं। जानकारों की मानें तो संतोष कुमार और मुलायम सिंह के परिवार का करीब चार दशक पुराना गहरा नाता भी है।

कांग्रेस को लगा चुनाव से पहले झटका


प्रभाकर पांडेय कानपुर देहात की सिकंदरा विधान सभा के उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी थे। चुनाव परिणाम भले ही उनके पक्ष में नहीं गया था लेकिन चुनाव के दौरान वे खासे चर्चा में रहे थे। बॉलीवुड की तमाम हस्तियां उनके चुनाव में वोट मांगने के लिए पहुंची थीं।

क्या कहते हैं प्रभाकर पांडेय


कांग्रेस छोड़कर सपा ज्वाइन करने वाले प्रभाकर पांडेय ने कहा कि सपा की नीतियों और अखिलेश यादव के नेतृत्व पर उनको पूरी आस्था है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश का विकास यदि कोई कर सकता है तो वे हैं अखिलेश यादव। चुनाव के सवाल पर प्रभाकर पांडेय का कहना है कि पार्टी का हाईकमान जो निर्देश देगा उसका वह पूरी तरह से पालन करेंगे।

 

इंडियन एयर फोर्स (IAF) ने मंगलवार सुबह POK के अंदर घुसकर Air Strikes कर Pakistan से Pulwama में हुए आतंकी हमले का बदला आखिर ले लिया। IAF के जाबांज जवान मिराज-2000 (वज्र) के 12 विमानों के साथ दुश्मन की एरिया में घुसे और करीब 21 मिनट तक भीषण बमबाजी की। विदेश मंत्रालय की तरफ से इस ऑपरेशन की पुष्टि की गई है। करीब 300 से अधिक आतंकियों को भारत की वायुसेना ने ढेर कर दिया। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम के बाद Pakistan की संसद में वहां के वज़ीर-ए-आज़म इमरान खान की काफी थू-थू हो रही है।



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Pak के पत्रकार ने Twitter पर Viral किया हमला का Video


Pakistan के जर्निल्सट अर्सलान सिद्दीकी ने सोशल मीडिया के सबसे प्लेटफार्म Twitter पर एक वीडियो को वायरल करते हुए लिखा कि पाकिस्तानी सेना पर भारत की वायुसेना के फाइटर प्लेन गोले दाग रहे हैं। साथ ही वहां से विमान लौटते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस वीडियो की अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है। पत्रकार अर्सलान सिद्दीकी ने इस वीडियो के साथ यह भी ट्वीट किया कि मुज़फ़्फ़राबाद सेक्टर से भारतीय विमानों ने घुसपैठ की।

https://twitter.com/ArsalanISF/status/1100190433265754112

PAK संसद में लगे इमरान खान शर्म करोके नारे


दुश्मन मुल्क Pakistan की संसद में भारत की एयर स्ट्राइक को लेकर हंगामा हो रहा है। संसद में इमरान खान शेम-शेम के नारे लगे। साथ ही विपक्षी दलों ने इमरान खान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।

https://twitter.com/OfficialDGISPR/status/1100231826348617728

मंगलवार की अलसुबह IAF के मिराज-2000 के प्लेन गरजे


मंगलवार तड़के पाकिस्तान में घुसकर वायुसेना ने की एयरस्ट्राइक । एयरस्ट्राइक में Jaish-E-Mohammad के कई ठिकाने तबाह हो गए। पाकिस्तानी सेना की सारी तैयारियां और उसके रडार भारतीय वायुसेना का बाल भी बांका नहीं कर सकी। भारतीय वायुसेना के जवान अपनी स्ट्राइक को खत्म कर सकुशल वापस लौट आए।

[caption id="attachment_18914" align="alignnone" width="1028"] IAF की तरफ से मंगलवार सुबह POK में की गई Air Strikes में जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर भी ढेर हो गया।[/caption]

मसूद अजहर का साला यूसुफ अजहर मारा गया


भारतीय वायुसेना ने जिन आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है, वहां पर जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मौलाना मसूद अजहर का रिश्तेदार युसुफ अजहर भी रहता था। जिस समय ये हमला हुआ वो वहां पर मौजूद था। माना जा रहा है कि हमले में वो भी मारा गया है।

विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिया बयान


विदेश सचिव की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विजय गोखले ने कहा कि 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हुए थे। इससे पहले पठानकोट में भी जैश की तरफ से आतंकी हमला किया गया था।

https://twitter.com/ANI/status/1100276206635630592
पाकिस्तान हमेशा इन संगठनों की अपने देश में मौजूदगी से इनकार करता आया है। पाकिस्तान को कई बार सबूत भी दिए गए लेकिन उसने आतंकी संगठन के खिलाफ आजतक कोई कार्रवाई की.पाकिस्तान के रुख को देखते हुए हमने कदम उठाने की रणनीति तैयार की। आज सुबह बालाकोट में एयर स्ट्राइक की है जिसमें जैश के कमांडर समेत कई आतंकियों को ढेर किया गया है. यह एक असैन्य कार्रवाई थी जिसमें आतंकी संगठनों को निशाना बनाया गया है। 

 

Pulwama में CRPF के 40 जवानों की शहादत का बदला मंगलवार की सुबह भारतीय वायु सेना (IAF) ने ले लिया। एंडियन एयरफोर्स ने फाइटर प्लेन मिराज-2000 के जरिए POK में घुसकर करीब 21 मिनट तक बम गिराकर भारी तबाही मचाई। करीब 200-300 से के बीच आतंकियों के मारे जाने की खबर है। IAF ने आतंकी कैंपों पर करीब एक हजार किलोग्राम से अधिक बम गिराए गए। बमबाजी में लश्कर, जैश, हिजबुल समेत कई आतंकी ट्रेनिंग सेंटर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए। सभी विमानों ने ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी। मिराज को वज्र भी कहा जाता है।“Congress प्रेसीडेंट राहुल गांधी ने Tweet कर वायु सेना के पायलटों को सेल्यूट लिखा है।"



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समाचार एजेंसी ANI ने भारतीय वायुसेना के सूत्रों के हवाले से कहा, '26 फरवरी की तड़के भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 के एक समूह ने LOC में घुसकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी कैंप पर बमबारी की और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। आतंकी कैंप पर 1000 किलो बम गिराए गए। इस अभियान में 12 मिराज विमानों ने हिस्सा लिया।'

https://twitter.com/ANI/status/1100230509710491649

भारतीय वायु सेना का प्राइमरी फाइटर प्लेन है मिराज


इस कार्रवाई में भारत ने अपने लड़ाकू विमान मिराज का इस्तेमाल किया। बता दें कि मिराज विमान वह शक्तिशाली लड़ाकू विमान है जो युद्ध के क्षेत्र में पलक झपकते ही दुश्मन देश की तस्वीर ही बदल सकती है। इस विमान को वज्र नाम दिया गया। मिराज भारतीय वायु सेना का प्राइमरी फाइटर प्लेन है। यह विमान दुश्मन के इलाके में लेजर गाइडेड बम से भी हमला करने में सक्षम है। इस समय भारतीय सेना के पास 51 मिराज विमान हैं, यह एक फ्रांसिसी लडाकू विमान है। 12 विमानों ने के जरिए बमबाजी की कार्रवाई की गई।

https://twitter.com/ANI/status/1100246265030500354
सूत्रों की मानें तो Pakistan के बालाकोट में भारतीय वायुसेना की ओर से भीषण बमबाजी में करीब 200 से 300 आतंकी मारे गए हैं। खास बात ये है कि बालाकोट Pakistan के एबटाबाद के पास स्थिति है। जी, हां एबटाबाद वही इलाका है जहां ओसामा बिल लादेन छिपा था। भातरीय वायुसेना का इतना अंदर जाकर कार्रवाई करना बेहद सफल ऑपरेशन माना जा रहा है। वहीं, इस हमले के बाद Pak में इमरजेंसी बैठक बुलाई गई है।

 पंजाब की तरफ भागा मसूद अजहर


सूत्रों की मानें तो इस ऑपरेशन से पहले ही जैश ए मोहम्मद का सरगना मौलाना मसूद अजहर किसी सुरक्षित जगह पर पहुंच गया था। माना जा रहा है मसूद अजहर पंजाब की तरफ भाग गया है।

https://twitter.com/RahulGandhi/status/1100245432901472257

PM से मिलने पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह


भारतीय वायुसेना की तरफ से POK में घुसकर बमबाजी के बाद सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए पहुंचे। वहां सुषमा स्वराज के भी मौजूद होने की खबर है।

https://twitter.com/OfficialDGISPR/status/1100179216375693318

उत्तर प्रदेश स्पेशल टॉस्क फोर्स (UPSTF) की Kanpur (Unit) ने यूपी में सक्रिय जहरीली शराब के गिरोह का भंडाफोड़ कर सरगना समेत दो लोगों को Arrest कर लिया। पकड़े गए जहरीली शराब के तस्करों के पास से टीम ने भारी मात्रा में एक्सट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) की खेप बरामद की है। गिरोह के पास से ट्रक, कार के साथ-साथ करीब डेढ़ करोड़ रुपए के कीमत का सामान जब्त किया गया है। गिरोह के कुछ सदस्य भाग निकले हैं। जिनकी तलाश में दबिश जारी है।


[caption id="attachment_18901" align="alignnone" width="695"] पकड़े गए जहरीली शराब तस्करों (लाल घेरे में) के साथ STF इंंस्पेक्टर घनश्याम सिंह और उनकी टीम।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


South City के बिधनू एरिया में STF ने बिछाया जाल


STF इंस्पेक्टर घनश्याम सिंह की अगुवाई में टीम ने मंडे की दोपहर को बिधनू एरिया में जहरीली शराब गिरोह के मौजूदगी की खबर पर अपना जाल बिछाया। सटीक मुखबिरी के बाद घेराबंदी की गई तो वहां मौजूद तस्कर भागने लगे। टीम ने सरगना समेत दो लोगों को दबोच लिया। दोनों की निशानदेही पर छिपाकर रखे गए 6000 हजार लीटर एक्सट्रा न्यूट्रल अल्कोहल (ENA) की बड़ी खेप को जब्त कर लिया।

देखें Video

https://youtu.be/8m4R2t5hH_Q

हरियाणा से जुड़े हैं गिरोह के तार


पकड़े गए जहरीली शराब तस्करों के तार हरियाणा प्रांत से जुड़े बताए जा रहे हैं। इंस्पेक्टर घनश्याम सिंह के मुताबिक यदि बरामद ENA से शराब बनाकर उसकी खपत बाजार में की जाती तो करीब 50 लाख रुपए के राजस्व की क्षति यूपी की सरकार को होती। गिरोह के लोग हर महीने करीब दो से तीन करोड़ रुपए की जहरीली शराब बनाकर कानपुर समेत यूपी के कई जनपदों में उसकी बिक्री करते हैं।

पकड़े गए शराब तस्करों में सरगना सुल्तानपुर सर्वजीत निवासी गन्नौर मकान नंबर 107 बडे साथ रिहाई बस्सी थाना गन्नौर जिला सोनीपत (हरियाणा), बिन्नी पुत्र विजय पाल निवासी उपरोक्त मौके से फरार हो गया। अंकित सचान पुत्र मनोज सचान निवासी कानपुर देहात हाल पता बर्रा और मेहरदीन (सगा भाई सुल्तान) फरार।

शराब तस्करों के पास से STF की बरामदगी


STF की टीम ने शराब तस्करों के पास से एक ट्रक, 6000 लीटर ENA ( एक्स्ट्रा न्युट्रल अल्कोहल) अवैध, एक कन्टेनर भारत बेंज (H R69 C 9928), एक कार आई-20 हुंडई (HR 42 F 3407), चार हजार की नकदी, ATM कार्ड, कई आधार कार्ड और पेनकार्ड के साथ आधा दर्जन मोबाइल। बरामद किए गए ENA से 100 पाइपर और शीवाजरीगल समेत कई ब्रांड की शराब बनाई जा सकती है।

यूपी, उत्तराखंड और आसाम में हो चुकी हैं सैकड़ों मौतें


उल्लेखनीय है कि पिछले महीने ही यूपी के कुशीनगर, सहारनपुर और उत्तराखंड के कई जिलों में जहरीली शराब से करीब 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले दिनों ही आसाम प्रांत में भी 100 से अधिक लोग जहरीली शराब का सेवन कर अपनी जान गवां चुके हैं। बड़े अफसरों के निर्देश के बाद STF की टीम ने मुखबिरों और सर्विलांस सेल के जरिए ये बड़ी कार्रवाई की।

 

 

चुनाव आयोग ने अभी 2019 के लोकसभा चुनाव का “शंखनाद” नहीं किया है लेकिन SP हो या फिर BSP, दोनों दलों में दिग्गजों ने बगावत का “शंखनाद” शुरु कर दिया है। गठबंधन के तहत Fatehpur की लोकसभा सीट बसपा के खाते में गई है। अंदर की खबर ये है कि बीएसपी सुप्रीमों यहां से अपनी सरकार में पूर्व मंत्री रहे एक दिग्गज को टिकट दे सकती हैं। लेकिन तगड़ा झटका सपा के पूर्व सांसद राकेश सचान को लगा है। 2014 में हार के बाद वे लगातार न सिर्फ फतेहपुर में सक्रिय थे बल्कि कार्यकर्ताओं और जनता का दुःख दर्द बांट रहे थे। खबर आ रही है कि जल्द ही जल्द ही वे कांग्रेस का “हाथ” थाम सकते हैं। हालांकि उनको ऑफर BJP की तरफ से भी है।


[caption id="attachment_18897" align="aligncenter" width="650"] राकेश सचान पूर्व सांसद (समाजवादी पार्टी, फतेहपुर)[/caption]

YOGESH TRIPATHI


5 साल से बूथ पर कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी की


फतेहपुर प्रतिनिधि के मुताबिक राकेश सचान 2014 का चुनाव हारने के बाद घर पर नहीं बैठे बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ हमेशा खड़े रहे। जनता के बीच में रहे। सभी के सुख-दुःख में शामिल होते रहे। सपा हाईकमान ने भी उनको चुनाव लड़ने के लिए आश्वास्त कर रखा था। जब ये सीट बसपा के खाते में गई तो राकेश सचान ने सपा सुप्रीमों से बात की। कहा जा रहा है कि इसके बाद भी उनको यही आश्वासन मिला कि सबकुछ ठीक हो जाएगा।

BJP के भी संपर्क में है राकेश सचान


जानकार सूत्रों की मानें तो राकेश सचान सिर्फ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में बराबर हैं। समर्थकों के साथ वे दिल्ली में ही डटे है। चर्चा ये भी है कि शिवपाल सिंह यादव की तरफ से भी उनको कुछ दिन पहले ऑफर मिला था लेकिन राकेश सचान ने हामी नहीं भरी। इसके बाद बीजेपी की तरफ से उनसे संपर्क किया गया लेकिन किसी दूसरी सीट के लिए।

डीएवी छात्रसंघ का चुनाव नहीं जीते लेकिन विधायक पहली बार में ही बने


राकेश सचान ने नब्बे के दशक में कानपुर के डीएवी कॉलेज से छात्र राजनीति की शुरुआत की। महामंत्री पद पर वे कई बार चुनाव लड़े लेकिन जीत नसीब नहीं हुआ। वर्ष वे जनता दल के टिकट पर घाटमपुर से पहली बार विधायक बने। जनता दल के टूटने के बाद वे सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह के करीब आ गए। 2002 में वह फिर विधायक बने। 2009 में मुलायम सिंह ने उनको फतेहपुर से लोकसभा का टिकट दिया और राकेश चुनाव जीतकर पहली बार संसद में पहुंचे। 2014 लोकसभा चुनाव में उनको मोदी लहर में करारी शिकस्त मिली थी।

किसी भी नए विवाद से बचने के लिए Congress हाईकमान फूंक-फूंक कर कदम रख रहा है। कांग्रेस के जनरल सेकेट्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का बुन्देलखंड से बेहद खास है। उनको पहले बुन्देलखंड की सभी चारों सीटों का दायित्व दिया जाना था लेकिन फिर अचानक ये सीटें राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा के हिस्से में देने के लिए कांग्रेस हाईकमान को बाध्य होना पड़ा। इसके पीछे एक लंबा-चौड़ा इतिहास है।


[caption id="attachment_18893" align="alignnone" width="695"] ज्योतिरादित्य सिंधिया (जनरल सेकेट्री, कांग्रेस)[/caption]

Dr. Rakesh Deivedi


1857 की स्वाधीनता आंदोलन को लेकर खड़ा हो सकता था बवंडर


कांग्रेस को डर सताया कि भाजपा सिंधिया खानदान की 1857 स्वाधीनता आन्दोलन मे भूमिका को लेकर नया “बवंडर” खड़ा कर सकती है। कार्यकर्ताओं की ओर से भी इसको लेकर आपत्ति जताई गई थी।  नई ऊर्जा के साथ मैदान में आने को काँग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी ने यूपी को पूर्वी और पश्चिम उत्तर प्रदेश में बाँटा है। प्रियंका गाँधी के पास पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा ज्योतिरादित्य सिंधिया के जिम्मे पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कमान है। सूत्रों के अनुसार सिंधिया को पहले बुंदेलखण्ड की चारों लोक सभा सीटों झाँसी, जालौन, बांदा, हमीरपुर का भी कामकाज सम्भालना था। यह करीब -करीब तय हो चुका था। जब सीटों के वितरण पर बुंदेलखण्ड के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सुराग लगा तो वे चिंतित होने लगे । सभी को भाजपा के प्रोपेगन्डा का भय सताने लगा। तब राहुल -प्रियंका को मेल करके इस सम्बन्ध में अपनी आपत्ति जताई गई।

ग्वालियर रियासत के राजा थे ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्वज


ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्वज जयाजी राव सिंधिया जो कि 1857 में ग्वालियर रियासत के राजा थे। उन पर उस वक्त अँग्रेजों का साथ देने का दाग लगा था। कालपी में हारने के बाद लक्ष्मीबाई,  रावसाहब, तात्या ,नवाब से अँग्रेजों से लोहा लेने की चर्चा कर रहीं थीं।  इस दौरान रानी ने कहा "अब तक हम लोग जहाँ-जहाँ अँग्रेजों से जमकर लड़ पाये, वहाँ-वहाँ किलों का आश्रय लेकर। फिर किसी मजबूत किले को हाथ में करना चाहिये । ग्वालियर के बारे में पुन: पूरी वस्तु स्थिति पता कर उस पर आक्रमण कर देना चाहिये । राजा और वहाँ के दो तीन सरदार अंग्रेज कंपनी के पक्षपाती हैं, लेकिन पूरी सेना और जनता नहीं। सेना यदि पूरी प्रबलता के साथ हमारा पक्ष नहीं भी पकडेगी तो वह ढुलमुल अवश्य रहेगी"।

अंग्रेजों की तरफ से थी राजा को 10 हजार सैनिक रखने का अनुमति


ग्वालियर में उस वक्त सिन्धिया के 10 हजार की सेना रखने का अधिकार अँग्रेजों ने दे रखा था। अँग्रेजों  की मिलीभगत से अंग्रेजी और मराठी जानने वाले दिनकरराव को ग्वालियर रियासत का रेजिडेंट बनाकर बैठा दिया था। महाराजा के परामर्शदाता के रूप में तैनात दिनकरराव का कामकाज पर पूरा दखल रहता था। बताया जाता है कि दिनकरराव राजबाडे की चालाकी की वजह से नाबालिग जयाजीराव को महाराजा की मान्यता के बदले अँग्रेजों से मोहना में एक सन्धि करनी पड़ी थी। जिसमें सिन्धिया सेना को यद्ध के दौरान अँग्रेजों का साथ देने की शर्त शामिल थी।
जब रानी के नेतृत्व में सेना ग्वालियर आईं थी तो सिन्धिया की सेना ने रानी का साथ दिया था जिससे ग्वालियर पर उनका कब्जा हो गया था । इसके बाद दिनकरराव ने सन्धि का हवाला देकर अँग्रेजों की कब्जे वाली सेना का नेतृत्व करने को विवश कर दिया था। अपने महाराज को सेनापति बना देख सेना ने रानी के लड़ाकों का साथ छोड़ दिया, इससे रानी लक्ष्मीबाई की सेना हार गई । जयाजी राव सिन्धिया की उस वक्त शर्तों की जो भी मजबूरी रही हो पर इतिहास में लिखा यह निष्कर्ष नहीं बदल सकता कि झाँसी की रानी का साथ ग्वालियर के राजा ने नहीं दिया। अपना पद बचाने को उन पर मोह हावी हो गया। यदि सिन्धिया ने रानी का खुलकर साथ दिया होता तो इतिहास कुछ दूसरा ही लिखा जाता।

22 मई 1858 को रानी लक्ष्मी बाई की सेना हार गई


कानपुर ,बिठूर और झाँसी की रक्त रंजित लड़ाई के बाद विद्रोही सेनाएं कालपी होकर ग्वालियर आई तो इन्दौर की सेना भी आगरा तक आ गई थी। तब सिन्धिया को चिठ्ठी भेजकर मदद मांगी गई थी पर दिनकरराव की बिछाई गई बिसात में फँसकर जयाजीराव ऐसा नहीं कर पाये। नतीजतन 22 मई 1858 को विद्रोही सेना हार गई थी और इस हार के लिये इतिहास में जिम्मेदार सिन्धिया बने।  झाँसी सहित आसपास के क्षेत्र में लक्ष्मीबाई का आज भी आदर है। ज्योतिरादित्य का सम्बन्ध उसी ग्वालियर घराने से है।

BJP हाईकमान को भेजी जा चुकी है रानीलक्ष्मी बाई की कविता


इसलिये चुनाव के दौरान 1858 की उस भूमिका का उठने का डर कांग्रेसियों को सता गया। पार्टी कार्यकर्ताओं को यह आशंका सताने लगी कि भाजपा इतिहास को खंगालने में देर नहीं लगाएगी। ऐसे में प्रियंका -सिन्धिया को नई भूमिका मिलने की जो खुशी मनाई जा रही थी ,फिर 1858का लगे दाग को डैमेज कंट्रोल करने में माथा -पच्ची करनी होती । रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी पर लिखी गई कविता -"खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी " की तलाश कर अपने नेतृत्व के पास भेजी जा रही है। उस पंक्ति को अंडर लाइन किया जा रहा है ,जिसमें ग्वालियर के महाराजा की भूमिका पर सवाल उठाये गये थे। उस कविता में लिखी गई लाइन इस प्रकार है- विजयी रानी आगे चल दी ,किया ग्वालियर पर अधिकार । अँग्रेजों के मित्र सिन्धिया ने छोड़ी रजधानी थी।। सूत्रों के अनुसार इतिहास को आधार बनाकर भाजपा कोई नया शिगूफा न छेड़ दे , इससे सावधान होकर फिर प्रियंका गांधी ने यहाँ की चारों सीटों को अपनी लिस्ट में शामिल करने का निर्णय लिया। राहुल गाँधी भी यही चाहते थे ।

[caption id="attachment_18873" align="alignright" width="387"] A Report By Dr.Rakesh Dwivedi (Orai)
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Chitrakoot के तेल कारोबारी ब्रजेश रावत को दो मासूम बच्चों के अपहरण और क्रूरतापूर्वक किए गए मर्डर का आरोप BJP दिग्गजों के करीबी पर लगा है। BJP नेताओं के साथ कांड के मॉस्टरमाइंड पद्म शुक्ला की तमाम फोटो सोशल मीडिया में Viral हो रही हैं। लोकसभा चुनाव सिर पर देख भाजपा के दिग्गज डैमेज कंट्रोल में जुट गए हैं। संडे की रात करीब 11 बजे Madhya Pradesh के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चित्रकूट में पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। उन्होंने काफी देर तक परिवार के सदस्यों से बातचीत की। शिवराज सिंह ने सोमवार को सतना बंद का आह्वाहन भी कर दिया। वहीं, संडे को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे यूपी से BJP के एक विधायक को कांग्रेस और सपा के कार्यकर्ताओं ने अंदर ही नहीं घुसने दिया। वहीं, पूरा विपक्ष इस कांड को मुद्दा बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रहा है। सोशल मीडिया पर तमाम फोटो वॉयरल कर बीजेपी के कद्दावर नेताओं से सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या यही “रामराज्य” है ?


[caption id="attachment_18890" align="alignnone" width="695"] बीजेपी के स्थानीय नेताओं के साथ पीड़ित तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के चित्रकूट स्थित घर पर संडे की देर रात करीब 11 बजे पहुंचे एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


रात 11 बजे पहुंचे शिवराज सिंह चौहान


चित्रकूट के कर्वी स्थित तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के घर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देर रात्रि को पहुंचे। परिवार के सदस्यों से उन्होंने करीब आधे घंटे तक बातचीत की। इसके बाद उन्होंने पूरे मामले पर दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषी लोगों को जल्द से जल्द सजा प्रदेश की सरकार दिलाए।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1099740781005332480

पूर्व मुख्यमंत्री ने किया सतना बंद का ऐलान


संडे को यूपी के बांदा जनपद में तेल कारोबारी के दोनों बच्चों का शव मिलने के बाद ही यूपी और एमपी में सियासत गर्म होने लगी थी। मामला तूल तब और पकड़ने लगा जब सोशल मीडिया में प्रमुख आरोपी पद्म शुक्ला की बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ फोटो वायरल हुई। देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दोषी लोगों पर कड़ी कार्रवाई करने के बाद साथ सतना बंद का ऐलान कर दिया।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1099740786147524608

चित्रकूट में है तनाव के हालात, भारी फोर्स तैनात


तेल कारोबारी के मासूम बच्चों की अपहरण के 12 दिन बाद लाशें मिलने के बाद चित्रकूट में तनाव फैल गया। संडे को कई जगहों पर तोड़फोड़ के साथ जमकर प्रदर्शन भी किया गया। जिला प्रशासन ने हालात को देखते हुए धारा 144 लागू कर दी। साथ ही भारी पुलिस बल पीड़ित परिवार के घर के आसपास तैनात कर दिया। सोमवार को भी पुलिस बल मौजूद है।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1099740975902019584

लोकसभा चुनाव में हो सकता है बीजेपी को नुकसान


यूपी के बुन्देलखंड की बांदा, चित्रकूट और मध्य प्रदेश की सतना समेत कई सीटें बीजेपी 2014 के चुनाव में जीती थी। इस जघन्य कांड के बाद सियासत गर्म हो गई है। मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद से बीजेपी के तमाम दिग्गज बैकफुट पर हैं। स्थानीय लोगों और मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2019 के लोकसभा चुनाव में इसका सीधा फर्क कहीं न कहीं बीजेपी पर पड़ेगा। शायद यही वजह है कि बीजेपी के कद्दावर डैमेज कंट्रोल में अभी से जुट गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार लगातार इस कांड को लेकर बीजेपी को घेरने में जुटी है।

https://twitter.com/ChouhanShivraj/status/1099740973842612224

 

 

Madhya Pradesh & Uttar Pradesh की सीमा पर 12 फरवरी 2019 को फिल्मी स्टाइल में तेल कारोबारी के मासूम लड़कों का स्कूली बस से अपहरण कर उनकी बेरहमी से हत्या करने वाले बदमाश सतना पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। इस बड़े और जघन्य हत्याकांड को लेकर UP & MP में चुनाव बयार को देखते हुए सियासत भी चरम पर हो रही है। कांड के मुख्य सूत्रधार (मॉस्टरमाइंड) पदम शुक्ला की बाहुबली विधायक राजा भैया और BJP नेताओं के साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रही हैं। ये फोटो उसने अपने facebook और Instagram अकाउंट पर पोस्ट कर रखी हैं। बांदा मीडिया की मानें तो पद्म शुक्ला संदिग्ध था लेकिन दिग्गज नेताओं का संरक्षण होने की वजह से लोकल पुलिस उस पर कई हाथ नहीं डाल सकी। वो तमाम अनैतिक कारोबार में संलिप्त रहता था। इस कांड में भी यूपी की बांदा और चित्रकूट पुलिस उसे हिरासत में नहीं ले रही थी लेकिन Madhya Pradesh की सतना पुलिस उसे आधी रात को टांग ले गई।


[caption id="attachment_18884" align="aligncenter" width="628"] UP के बाहूबली विधायक राजा भैया के साथ जुड़वा भाइयों के अपहरण और हत्या का मॉस्टर माइंड (लाल घेरे में)।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


BJP और बजरंगदल का झंडा लगाकर पूरे कांड को दिया अंजाम


मध्य प्रदेश के रीवा रेंज (IG) चंचल शेखर ने संडे को सतना में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि पूरे घटनाक्रम को बजरंगदल और बीजेपी की झंडा लगी गाड़ियों से अंजाम दिया गया। इतना ही नहीं बच्चों को बस से असलहों के बल पर किडनैप करने वाले बदमाश भी भगवा रंग का गमछा पहने हुए थे। मॉस्टर माइंड पद्म शुक्ला के तार बीजेपी के तमाम दिग्गज नेताओं से हैं। खुद उसका भाई विष्णुकांत शुक्ला बजरंगदल का क्षेत्र समन्वयक है।

[caption id="attachment_18885" align="aligncenter" width="598"] राजस्थान भाजपा के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर के साथ आरोपी पदम शुक्ला। (लाल घेरे में)[/caption]

बदमाशों ने अपहरण के बाद बच्चों को चित्रकूट में रखा था


IG चंचल शेखर के मुताबिक अपहरण के बाद बच्चों प्रियांश और शिवांश को कुछ दिन चित्रकूट में ही रखा गया था। इसके बाद दोनों को चार अलग-अलग स्थानों पर रखा गया था। दो चार पहिया वाहनों का इस दौरान प्रयोग किया गया। जिसमें बीजेपी और बजरंग दल के झंडे लगे थे। अपहरणकर्ता एक व्यक्ति का मोबाइल लेकर फिरौती मांग रहा था। जब उसे व्यक्ति को शंका हुई तो उसने मोबाइल से उस बाइक की फोटो खींच ली। बाइक के नंबर से बदमाशों को ट्रेस किया गया।

[caption id="attachment_18886" align="alignnone" width="730"] बाहुबली विधायक के साथ लाल घेरे में खड़ा पद्म शुक्ला और सबसे दाहिनी तरफ उसका पिता।[/caption]

BJP के संगठन मंत्री समेत तमाम नेताओं के साथ आरोपी की Photo Viral


मध्य प्रदेश के रीवा रेज आइजी चंचल शेखर के मुताबिक मासूम बच्चों के अपहरण और उनकी हत्या का मॉस्टरमाइंड पद्म शुक्ला है। उसके संबध तमाम बीजेपी नेताओं से हैं। वहीं, दूसरी तरफ पद्म शुक्ला के गिरफ्तार होने के बाद उसकी तमाम फोटो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रही हैं। एक फोटो में वो राजस्थान के संगठन महामंत्री चंद्रशेखर द्विवेदी के साथ है। दो फोटो में वो परिवार के साथ बाहुबली राजा भैया के साथ खड़ा है। सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के तमाम बड़े कद्दावर पदाधिकारियों की भी उस पर “कृपा” है। लोकल स्तर पर भी बीजेपी के कई नेता और जनप्रतिनिधि उसके बुलावे पर मौजूद रहते हैं।

 

 

नोट

बीजेपी के स्थानीय नेताओं के साथ फोटो में मौजूद अपहरण और हत्या का मुख्य सूत्रधार पद्म शुक्ला।


तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के मासूम बेटों के अपहरण और हत्या करने वाले मुख्य आरोपी पद्म शुक्ला की और अधिक फोटो देखने के लिए कृपया उसके Instagram अकाउंट के इस लिंक पर क्लिक कीजिए।

https://www.instagram.com/padamshukla/?hl=cs

 

Madhya Pradesh के सतना जनपद में 12 फरवरी 2019 को 2 करोड़ की फिरौती के लिए अगवा किए गए तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के दोनों बेटों प्रियांश और शिवांश का शव मिलने के कुछ घंटे बाद ही सतना पुलिस ने 6 अपहरणकर्ताओं को Arrest कर लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस जघन्य कांड का मॉस्टरमाइंड बजरंगदल नेता का भाई है। सतना पुलिस ने जो बोलेरो गाड़ी बरामद की है, उस पर BJP का झंडा लगा है। कांड में प्रयुक्त दुपहिया वाहनों की नंबर प्लेट पर भगवा रंग से “रामराज्य” लिखा है। वहीं, दूसरी तरफ दोनों मासूम की हत्या किए जाने के बाद चित्रकूट के कर्वी में भीड़ ने जमकर उपद्रव किया। कई जगहों पर तोड़फोड़ की गई। बड़े बवाल की आशंका के मद्देनजर के मद्देनजर प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है।


[caption id="attachment_18867" align="alignnone" width="678"] शिवांश और देवांश के हत्या की खबर मिलते ही चित्रकूट के कर्वी एरिया में तनाव फैल गया।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


संडे की सुबह Banda के बबेरू में मिले थे दोनों शव


एमपी के आईजी चंचल शेखर ने पत्रकार वार्ता में बताया कि तेल कारोबारी से एक करोड़ की फिरौती मांगी गई थी। बच्चों के पिता ने 20 लाख की रकम अपहरणकर्ताओं तक पुलिस को बगैर बताए पहुंचा भी दी थी। लेकिन उसके बाद भी दोनों मासूमों को बेरहमी से मार डाला गया। दोनों बच्चों के शव बांदा के बबेरू स्थित यमुना नदी के पास मिले। पुलिस का कहना है कि इस वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड पदम शुक्ला बजरंग दल के क्षेत्र समन्वयक विष्णुकांत का छोटा भाई है। खुद पदम शुक्ला भी बीजेपी से जुड़ा बताया जा रहा है। मध्य प्रदेश की पुलिस ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर भी निराशा जाहिर की है।

[caption id="attachment_18877" align="alignnone" width="975"] अपहरणकर्ताओं के पास से पुलिस ने बाइकें बरामद की हैं, जिन पर नंबर की जगह "रामराज्य" लिखा है।[/caption]

जुड़वा भाइयों के अपहरण और हत्याकांड में पकड़े गए बदमाश


1-राजू द्विवेदी पुत्र राकेश कुमार द्विवेदी, निवासी भभुआ, बबेरू बांदा।

2-पदम शुक्ला पुत्र राम करण शुक्ला, जानकीकुंड, रघुवीर मंदिर के सामने नयागांव चित्रकूट सतना।

3-लकी सिंह पुत्र सतेंद्र सिंह तोमर निवासी ग्राम तेदुरा, बिसंडा बांदा।

-विक्रम जीत सिंह पुत्र प्रहलाद सिंह, बहिलपुर बिहार।

5-रामकेश यादव पुते राम जहरन यादव निवासी छेरा, बांदा।

6-पिंटू उर्फ पिंटा पुत्र रामस्वरूप यादव, निवासी गुरदहा, हमीरपुर यूपी।

[caption id="attachment_18878" align="alignnone" width="695"] सतना पुलिस ने जिस बोलेरो को बरामद किया है उसमें भी बीजेपी का झंडा लगा मिला।[/caption]

खास बात---

मध्य प्रदेश की सतना पुलिस का कहना है कि इस वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड पदम शुक्ला बजरंग दल के नेता विष्णुकांत का छोटा भाई है। पदम शुक्ला बीजेपी के कई नेताओं का करीबी है। उसके मोबाइल की काल डिटेल भी सतना पुलिस खंगाल रही है। रामकेश को छोड़कर बाकी सभी पांचों ग्रामोदय विश्वविद्यालय के छात्र हैं।

https://twitter.com/ANI/status/1099593786160750592

क्या बोले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ?

इस मामले पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, 'मैंने पीड़ित के पिता से बात की। इसके पीछे की राजनीति का पर्दाफाश हर कीमत पर किया जाएगा। वह जिस गाड़ी से यात्रा कर रहे थे और उसमें किसके झंडे लगे थे, पुलिस सबकुछ उजागर कर रही है। विपक्ष डर गया है क्योंकि इसमें उसके लोग शामिल हैं।'

[caption id="attachment_18880" align="alignnone" width="695"] जुड़वा भाइयों के अपहरण और हत्या का म़ॉस्टर माइंड पदम शुक्ला। इसका भाई बजरंगदल का नेता है।[/caption]

https://twitter.com/ANI/status/1099598701314613249

बच्चों की मौत पर कांग्रेस-बीजेपी के बीच "सियासत"


मध्यप्रदेश के सतना से अपहरण किए गए जुड़वां भाईयों के हत्या के बाद राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं। कमलनाथ सरकार में विधि एवं विधायी मंत्री पीसी शर्मा ने इस घटना से पल्ला झाड़ते हुए उल्टे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफे की मांग की है।

घटना ने मुझे हिलाकर रख दिया : शिवराज सिंह चौहान


वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि इस घटना ने मुझे हिला दिया है। श्रीसिंह ने पूरे घटनाक्रम में दोषी लोगों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की है।

क्या बोले मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री पीसी शर्मा


यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। शव उत्तर प्रदेश में मिले हैं और उन्हें यूपी-एमपी सीमा से अपहृत किया गया था। इस तरह के तत्व यूपी में सक्रिय हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि संयुक्त अभियान चलाकर अपराधियों को पकड़ा जा सकेगा।' जब उनसे पूछा गया कि भाजपा एमपी के गृहमंत्री का इस्तीफा मांग रही है। इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'क्यों? घटना यूपी-एमपी सीमा पर हुई है और शव उत्तर प्रदेश में मिले हैं। इसलिए यूपी के सीएम को इस्तीफा देना चाहिए।

 

UP में Congress का बूथ और यूथ खड़ा करने के बाद Priyanka Gandhi मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी हैं। विरोधियों को मात देने के लिए उन्होंने उनके ही घर में सेंधमारी कर “वजीर”, “घोड़े” और “हाथी” को अपने पाले में लाने का काम शुरु कर दिया है। Uttar Pradesh के बुन्देलखंड से बड़ी खबर ये है कि दो तीन दशक तक बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए राजनीति करने वाले पूर्व सांसद ब्रजलाल खाबरी जालौन लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। अंदरखाने से जो चर्चाएं है उसके मुताबिक खुद प्रियंका गांधी ने ब्रजलाल खाबरी को तैयारी करने का सिग्नल दे दिया है। सिर्फ उनके नाम का ऐलान होगा बाकी है। माना जा रहा है कि खाबरी का नाम कांग्रेस की तरफ से 3 से 5 मार्च को जारी होने वाली पहली लिस्ट में होगा।


[caption id="attachment_18871" align="aligncenter" width="530"] Conress की जनरल सेकेट्री और बुन्देलखंड की प्रभारी प्रियंका गांधी के साथ पूर्व सांसद ब्रजलाल खाबरी।[/caption]

Dr. Rakesh Dwivedi


BSP का 50 फीसदी वोट कांग्रेस में लाने का भरोसा


ब्रजलाल खाबरी को भरोसा है कि वह हाथी का आधा वोट काटकर अपना समीकरण मजबूत करेंगे। छात्रसंघ की राजनीति से शुरुआत करने वाले ब्रजलाल खाबरी वर्ष 1995 में वह दिग्गजों को पछाड़ कर बसपा के जिलाध्यक्ष बने थे। 1999 में मायावती ने अपने तीनों मंत्रियों की सलाह को दरकिनार कर उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़वाया। 1.57 लाख वोट पाकर जनपद से बसपा के पहले सांसद बने। इसके बाद वह 2004 और 2014 में भी चुनाव लड़े पर भाजपा के भानुप्रताप वर्मा से हारते रहे।

2016 में प्रियंका गांधी से की मुलाकात और ज्वाइन की कांग्रेस


2016 में प्रियंका गाँधी के सम्पर्क में आने के बाद काँग्रेस ज्वाइन कर ली । वर्तमान में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। 2019 उनका चौथा चुनाव होगा। खाबरी से जब उनकी प्रत्याशिता के बारे में पूछा गया तो उनकी मौन स्वीकृति सब कुछ कह गई। फिर उन्होने राजनीति की इस बाजी के पत्ते खुद ब खुद फेंकने आरम्भ कर दिए।  बताया कि काँग्रेस ने अभी 30 सीटों पर फोकस किया है, जिसमें जालौन की सीट भी शामिल है। इन सीटों के लिये प्रत्याशी तलाशे जा चुके हैं। बुंदेलखंड की बांदा, झांसी और हमीरपुर सीटों पर अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है। जालौन सीट के लिये श्यामसुन्दर चौधरी, संतराम नीलांचल और महेंद्र बरार भी दावेदारों में हैं पर उन्हें निराश ही होना पड़ेगा ।

राजनीतिक गोंटे बिछाने में जुटे हैं खाबरी


ब्रजलाल खाबरी राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं। शायद यही वजह है कि वो सारे समीकरणों को ध्यान में रखते हुए गोटें बिछाने में जुट गये हैं। गरौठा पर अभी पूरा ध्यान केंद्रित कर रखा है। यहां से उन्हें अच्छा वोट मिलता रहा है। वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य से उनका हौसला बढ़ा हुआ है। उनका कहना है कि इस वक्त भाजपा को लेकर जनता में बहुत नाराजगी दिखाई दे रही है। सपा -बसपा गठबंधन से उसके कार्यकर्ताओं में ही खुशी नहीं दिखाई दे रही है। दोनों दलों के तमाम ऐसे वोटर हैं जो एक -दूसरे को वोट देना पसंद नहीं करेंगे। खाबरी ने एक हकीकत से भरा उदाहरण देते हुए कहा, सपा और बसपा नदी की दो धाराओं की तरह राजनीति में बह रहीं हैं जिस तरह से दो धाराएं किसी एक स्थान पर आकर जब मिलती हैं , तब वह एक धारा बनकर आगे बहने लगती है।अब आगे कौन सी एक धारा बनेगी ? यह भविष्य तय करेगा ।

हर वर्ग से अच्छे लोगों की टीम उनके पास है जो चुनाव में काम आयेगी। अपने जिला संगठन पर उन्होने फिर से सवाल उठाये। उनके अनुसार यहां के संगठन में कोई ऊर्जा नहीं दिखती। इसलिये मैं इसके भरोसे बहुत ज्यादा रहने वाला भी नहीं हूँ। खाबरी का मानना है कि यदि भानु प्रताप फिर से उम्मीदवार बनते हैं तो उनकी रणनीति और कारगर रहेगी। वहीं, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष श्याम सुन्दर चौधरी अभी दिल्ली में डटे हुए हैं। वह 1952 से अपने परिवार की सफलता और कांग्रेसी होने का रिपोर्टकार्ड प्रस्तुत कर सफलता पाने की कोशिश में हैं।

[caption id="attachment_18873" align="alignright" width="150"] A Report By Dr.Rakesh Dwivedi[/caption]

 

12 फरवरी 2019 को स्कूल जाते समय फिल्मी स्टाइल में अगवा किए गए तेल कारोबारी के दो मासूम जुड़वा बच्चों को जान दो राज्यों (Uttar Pradesh & Madhya Pradesh) की पुलिस और स्पेशल टॉस्क फोर्स (STF) नहीं बचा सकी। अपहरणकर्ताओं ने 25 लाख की फिरौती लेने के बाद भी दोनों को बेरहमी से मार डाला। दोनों मासूमों के शव Chitrakoot के पड़ोसी जनपद बांदा के बबेरू स्थित अवगासी घाट में मिले। यमुना नदी में शव मिलने के बाद सनसनी मच गई। पुलिस के आला अफसर मौके पर  पहुंचे। शवों को कड़ी सुरक्षा के बीच पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। वहीं, बच्चों के शव मिलने के बाद उनके परिवार में कोहराम मच गया।


 

[caption id="attachment_18867" align="alignnone" width="678"] शिवांश और देवांश के हत्या की खबर मिलते ही चित्रकूट के कर्वी एरिया में तनाव फैल गया।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


 हवा में तीर चलाती रही UP-MP की पुलिस और STF


तेल कारोबारी के बच्चों शिवांश और देवांग का अपहरण 12 फरवरी को बाइक सवार बदमाशों ने स्कूली बस को रोकने के बाद किया था। पूरी घटना CCTV में कैद हुई थी। इसके बाद दोनों राज्यों की पुलिस को Alert कर अफसरों ने उनकी सकुशल बरामदगी के निर्देश जारी किए। पुलिस के सफल न होने के बाद अफसरों ने STF को भी लगा दिया। सर्विलांस सिस्टम की मदद के साथ मुखबिरों का संजाल बिछाया गया। कई दस्यु गिरोहों पर भी अपहरण किए जाने की आशंका जाहिर की गई। कुछ दिन पहले ही अपहरणकर्ताओं ने फिरौती के 25 लाख रुपए भी वसूल लिए लेकिन बच्चों को नहीं छोड़ा।

[caption id="attachment_18868" align="alignnone" width="1040"] स्कूल बस से शिवांश और देवांश का अपहरण कर भाग रहे नकाबपोश बदमाश CCTV में कैद हो गए लेकिन इसके बाद भी पुलिस सुराग नहीं लगा सकी।[/caption]

मध्य प्रदेश के सतगुरु स्कूल में पढ़ते थे शिवांग और देवांग


तेल कारोबारी के दोनों बच्चे यूपी की सीमा से सटे मध्य प्रदेश स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट परिसर में स्थित सदगुरु स्कूल में पढ़ते थे। ये स्कूल इंग्लिश मीडियम है। 12 फरवरी को अन्य बच्चों के साथ दोनों स्कूली बस में सवार होकर जा रहे थे। तभी बाइक सवार बदमाशों ने बस को रोक लिया और असलहे के बल पर दोनों को किडनैप कर भाग निकले।

चित्रकूट के कर्वी कोतवाली में रहता है तेल कारोबारी का परिवर


पुलिस के मुताबिक यूपी के चित्रकूट जनपद स्थित कर्वी कोतवाली के सीतापुर एरिया में तेल कारोबारी ब्रजेश रावत का परिवार रहता है। ब्रजेश के दोनों जुड़वा बेटे देवांश और शिवांश (LKG & UKG) में अध्यनरत थे।

शिवांश और देवांश की हत्या के बाद तनाव


जुड़वा भाइयों शिवांश और देवांश के हत्या की खबर मिलते ही चित्रकूट के कर्वी मोहल्ले में तनाव फैल गया। हजारों की भीड़ सड़क पर उतर आई। मौके की नजाकत को भांप अफसरों ने भारी पुलिस बल को तैनात कर माइक से सभी को शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस अभी तक कई संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।

 

 

 

 

Uttar Pradesh के भदोही जनपद स्थित एक गांव में शनिवार को भीषण ब्लास्ट में 11 लोगों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल कई लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि जिस घर में ब्लास्ट हुआ है वहां पर चोरी छिपे पटाखा बनाने का काम हो रहा था। धमाका इतना जोरदार था कि तीन मंजिला मकान पूरी तरह से जमीदोंज हो गया। पुलिस और प्रशासन के सभी बड़े अफसर मौके पर मौजूद हैं।


[caption id="attachment_18864" align="alignnone" width="720"] भदोही में ब्लास्ट के बाद बिखरा तीन मंजिला मकान का मलबा।[/caption]

जेसीबी मशीन से हटवाया जा रहा है मलबा


भदोही पुलिस के मुताबिक वाराणसी-भदोही मार्ग का यातायात रोक दिया गया है। मलबा हटाने के लिए जेसीबी की मशीनों को लगाया गया है। NDRF की टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है। अभी तक करीब 11 शवों को बाहर निकाला जा चुका है। मलबे में अभी कई और लोगों के दबे होने की आशंका है। कुछ घायल लोगों को इलाज के लिए पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है।


तीन मंजिला मकान में बनाया जा रहा था पटाखा


ग्रामीणों के मुताबिक लोकल पुलिस की सेटिंग से इस तीन मंजिला मकान में एक मुस्लिम परिवार ये गोरखधंधा कर रहा था। मकान में बारूद के साथ-साथ भारी मात्रा में पटाखा रखे जाने की आशंका जाहिर की जा रही है। पुलिस का कहना है कि विस्फोट की आवाज काफी दूर तक सुनाई दी। धमाके के बाद तीन मंजिला मकान का मलबा चारो तरफ बिखर गया। काफी देर तक धूल का गुबार ही गुबार रहा। काफी मशक्कत के बाद मलबे को हटाया जा सका।

 

तीन दशक से “कोमा” में पड़ी Congress को प्रियंका गांधी के आने से मानों “संजीवनी” मिल गई है। बूथ और यूथ को फिट करने के बाद प्रियंका गांधी विरोधियों की रणनीति को ध्वस्त करने में लगी हुई हैं। BJP के कई नेता कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं और कुछ लाइन में हैं। जानकारों की मानें तो जल्द ही प्रियंका गांधी का एक नया Master Stroke देखने को मिल सकता है। केंद्र और यूपी की सरकार में BJP की सहयोगी अपना दल को लेकर प्रियंका काफी गंभीर हैं। बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से कोई तवज्जो न मिलने के बाद अपना दल का “राजनीतिक प्यार” कांग्रेस की तरफ बढ़ा है। हालांकि अंदरखाने की खबर ये है कि गठबंधन के बजाय प्रियंका अपना दल के कांग्रेस में विलय पर जोर दे रही हैं। उसके पीछे कई बातें भी हैं। हालांकि अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल एक प्रमुख अखबार से प्रियंका गांधी की मुलाकात को लेकर खंडन कर चुके हैं।



YOGESH TRIPATHI


 2014 के चुनाव में BJP के सिंबल पर चुनाव लड़े थे प्रत्याशी


अपना दल ने 2014 का लोकसभा चुनाव बीजेपी से गठबंधन कर लड़ा था। लेकिन खास बात ये थी कि सभी प्रत्याशी भाजपा के चुनाव चिन्ह पर ही जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। अपना दल का पारिवारिक विवाद भी किसी से छिपा नहीं है। मां-बेटी की राजनीतिक महत्वाकांक्षा का पूरा फायदा भाजपा ने लोकसभा और विधान सभा के चुनाव में उठाया। अंदरखाने की मानें तो अपना दल का अभी तक रजिस्ट्रेशन तक नहीं है। चुनाव-चिन्ह कप-प्लेट भी जा चुका है। ऐसे में अपना दल की अनुप्रिया पटेल का बीजेपी को आंखे दिखाना शीर्ष नेतृत्व को ठीक नहीं लगा।

प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 3 घंटे तक चली मीटिंग


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अनुप्रिया की तरफ से दिए गए अल्टीमेंटम का भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। शायद यही वजह रही है कि अनुप्रिया पटेल अपने पति आशीष पटेल के साथ गुरुवार को प्रियंका गांधी से मिलने के लिए पहुंचीं। इस मीटिंग में ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। कई मुद्दों पर प्रियंका ने लंबी बातचीत की। प्रियंका ने एक सप्ताह का समय भी अनुप्रिया पटेल को दिया है। वहीं, दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल की राह अलग होते देख बीजेपी ने उनकी मां को साथ में लाने की रणनीति पर काम करना शुरु कर दिया है।

कांग्रेस को मिल जाएगा यूपी में बड़ा OBC चेहरा


अंदरखाने से जो चर्चाएं बाहर आ रही हैं उसके मुताबिक अनुप्रिया पटेल और उनके पति को कांग्रेस में विशेष तरजीह देकर विलय कराया जा सकता है। इससे कांग्रेस को कई फायदे सीधे तौर पर दिख रहे हैं। पहला ये कि सूबे में कांग्रेस को पिछड़ी जाति का एक बड़ा चेहरा मिलेगा। साथ ही अपना दल के तमाम कार्यकर्ताओं का जुड़ाव भी कांग्रेस के पक्ष में होगा। अनुप्रिया के कांग्रेस में जाने से सीधा नुकसान बीजेपी को ही होगा। उल्लेखनीय है कि प्रदेश की करीब एक दर्जन विधान सभा सीटों पर कुर्मी जाति का विशेष प्रभाव है और इन सभी जगहों पर अनुप्रिया की वोटरों पर काफी तगड़ी पकड़ है।

28 फरवरी को Lucknow में होगी अपना दल की मीटिंग


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अनुप्रिया पटेल 28 फरवरी को लखनऊ में पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ एक अहम बैठक करेंगी। जिसमें तस्वीर बिल्कुल साफ हो जाएगी कि वो NDA के साथ रहेंगी या फिर कांग्रेस में अपना दल का विलय करेंगी। उल्लेखनीय है कि 2014 के चुनाव में अपना दल मिर्जापुर और प्रतापगढ़ की लोकसभा सीट जीती थी।

 

 

 

 

UP Police के DGP O.P Singh ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन Jaish-E-Mohammad के दो संदिग्ध आतंकियों को UP ATS ने Arrest किया है। पकड़े गए आतंकियों में शाहनवाज अहमद तेली कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला है। शहनवाज नए आतंकियों को भर्ती करने के काम में जुटा था। आतंकियों के अन्य साथियों की तलाश में टीमें दबिश दे रही हैं।


[caption id="attachment_18858" align="aligncenter" width="618"] Pakistan समर्थित आतंकी संगठन Jaish-E-Mohammad के दोनों संदिग्ध आतंकियों को UP की ATS ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


देवबंद से ATS ने Arrest किए दोनों संदिग्ध आतंकी


14 फरवरी को Pulwama में आत्मघाती आतंकी हमले में 40 CRPF के जवान शहीद हो गए थे। जिसके बाद से लगातार राज्य में हाई अलर्ट है। इतना ही नहीं देश की तमाम सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हैं। शुक्रवार को UP की एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए देवबंद से 2 आतंकियों को दबोच लिया। पकड़े गए आतंकियों का कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद है। इंट्रोगेशन में पता चला है कि दोनों ही आतंकी नए आतंकियों की भर्ती करने की मुहिम में लगे थे। दोनों के पास से तमाम आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।

बगैर एडमिशन के देवबंद में कर रहे थे पढ़ाई


यूपी के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह के मुताबिक छानबीन में पता चला है कि पकड़े गए आतंकी शाहनवाज अहमद तेली और आकिब अहमद हैं। ये दोनों ही बगैर एडमिशन के देवबंद में रह रहे थे। इनके पास से .32 बोर की पिस्टल और गोलियां मिली हैं। साथ ही दोनों के पास से जिहादी ऑडियो, वीडियो और लिखित सामग्री भी बरामद हुई है। दोनों संदिग्धों को ट्रांजिट रिमांड पर लिया जा रहा है। आतंकी आकिब अहमद पुलवामा का रहने वाला है।

संदिग्धों के टॉरगेट पर ATS कर रही है जांच


DGP ओमप्रकाश सिंह के मुताबिक शाहनवाज लंबे समय से जैश के नेटवर्क के लिए काम कर रहा था। देवबंद में भी नई भर्ती के लिए कई लड़कों के संपर्क में था। इस बात की जांच की जा रही है कि इन लोगों ने अब तक कितने लोगों की भर्ती कराई है और उनका टॉरगेट क्या था ?

 

मिशन 2019 की तैयारियों में पूरे जोश के साथ कांग्रेस अपनी रणनीति बनाने में जुटी है। गुरुवार देर रात Uttar Pradesh की बागडोर संभाल रहीं प्रियंका गांधी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मिलकर सूबे की 25 प्रमुख सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर मुहर लगा दी। सूत्रों की मानें तो जल्द ही कांग्रेस हाईकमान यूपी में पहली List के तौर पर इन नामों की सूची जारी कर सकता है। इस सूची को लेकर केंद्र की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) में भी खासी बेचैनी है। बताया जा रहा है कि इनमें वो सीटें भी हैं जिनको 2009 के चुनाव में कांग्रेस जीत चुकी है।


[caption id="attachment_18854" align="alignnone" width="720"] गुरुवार देर रात कांग्रेस मुख्यालय में मीटिंग के लिए पहुंची प्रियंका गांधी।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


Mid-Night तक सचिवों के साथ मीटिंग करते रहे दोनों दिग्गज


कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा और दूसरे महासचिव व पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार रात 12 बजे तक अपने सचिवों के साथ मैराथन बैठक करते रहे। काफी माथापच्ची के बाद अंततः 25 नामों पर फाइनल मुहर दोनों नेताओं ने लगा दी।

[caption id="attachment_18855" align="alignnone" width="695"] मीटिंग के लिए कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया।[/caption]

25 सीटों पर जीत की उम्मींद लगाए बैठी है कांग्रेस


जानकार सूत्रों के मुताबिक, यूपी की 80 सीटों में से 25 पर मज़बूत उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा करने के बाद नाम फाइनल किए गए। इन सीटों पर पूर्व में कांग्रेस जीत का स्वाद चख चुकी है। ऐसे में ताकतवर और जनाधार वाले नेता को मैदान में उतार कांग्रेस फिर से इन सीटों को जीतकर वापस पाना चाह रही है। कानपुर समेत कुछ सीटों पर कांग्रेस के दिग्गजों को अधिक माथापच्ची करनी पड़ रही हैं। Kanpur में गुटबाजी के साथ कई-कई दावेदार भी हैं।

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इस रणनीति पर है कांग्रेस का पूरा फोकस


सूत्रों की मानें तो जहां कांग्रेस और बीजेपी में मुकाबला हो वहां सपा-बसपा गठबंधन उसी लिहाज से उम्मीदवार दे। लेकिन जहां बीजेपी के सामने मुकाबले में सपा-बसपा का उम्मीदवार टक्कर में हो वहां कांग्रेस बीजेपी को हराने में मदद करने वाला उम्मीदवार दे। पार्टी फिलहाल इसी रणनीति पर आगे बढ़ रही है। यूपी में दो कार्यवाहक प्रेसीडेंट बनाने के मुद्दे पर भी काफी देर तक चर्चा की गई। वहीं, कुछ दूसरे दलों के नेताओं को शामिल कर उन्हें समायोजित करने के लिए भी बातचीत कर चर्चा की गई।

अमेठी और बरेली के बाद Delhi में UP के किसी लोकसभा सीट की सबसे अधिक चर्चा होती है तो वो है Kanpur की संसदीय सीट। ब्राम्हण बाहुल्य इस सीट पर कांग्रेस कई बार विजय का पताका फहरा चुकी है। तीन बार कानपुर सीट को जीतने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल मोदी लहर के चलते 2014 का चुनाव हार गए थे। 2019 के चुनावी “शंखनाद” में अब महज कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान एक बार पुन: अपनी इस पुरानी सीट को वापस पाने के लिए “शतरंज की बिसात” बिछाने में जुट गया है। खबरों और चर्चाओं की मानें तो हाईकमान ब्राम्हण कार्ड खेलने का मन पूरी तरह से बना चुका है। चर्चा ये भी है कि BJP के प्लान A, B, C का जवाब देने कांग्रेस पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ पत्रकार राजीव शुक्ला को प्रत्याशी बना सकती है। जानकारों की मानें तो ब्राम्हण जाति के राजीव शुक्ला कांग्रेस के लिए “मॉस्टर स्ट्रोक” साबित हो सकते हैं।  


[caption id="attachment_18849" align="aligncenter" width="594"] राजीव शुक्ला वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और IPL चेयरमैन।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


Kanpur से शुरु की थी पत्रकारिता


पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव शुक्ला का Kanpur से पुराना नाता है। नब्बे के दशक में जब उन्होंने आजक चैनल को ज्वाइन किया लेकिन उससे पहले उन्होंने पत्रकारिता की शुरुआत कानपुर से ही की थी। उनके साथ Work कर चुके शहर के वरिष्ठ पत्रकारों की मानें तो 90 के दशक में जब दूरदर्शन पर जब आज तक चैनल का प्रसारण शुरु हुआ तो श्रीशुक्ला ने दिल्ली की तरफ अपना रुख किया। दिल्ली में पत्रकारिता के साथ-साथ उन्होंने राजनीति में एंट्री कर ली। राज्यसभा सदस्य के बाद वे केंद्रीय मंत्री भी बने। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में तमाम पदों पर रहे। इस समय वे IPL के चेयरमैन हैं।

[caption id="attachment_18850" align="aligncenter" width="581"] राजीव शुक्ला से बातचीत करते हुए Kanpur कांग्रेस कमेटी के नेता संदीप शुक्ला।[/caption]

 

कांग्रेस हाईकमान बना चुका है Observer


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कांग्रेस हाईकमान ने राजीव शुक्ला को कानपुर लोकसभा सीट का Observer (अवलोकनकर्ता)  कुछ दिन पहले ही बनाया है। बुधवार को कानपुर पहुंचे राजीव शुक्ला ने तिलकहाल में कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके साथ चर्चाएं कीं। खबरों की मानें तो कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं से वे समय-समय पर उनका हालचाल लेते रहते हैं। यही वजह है कि करीब 6 महीना पहले शिक्षक पार्क में चल रहे कांग्रेस के धरने में अचानक शामिल होकर उन्होंने सभी को चौंका दिया था।


एक तीर से कांग्रेस करेगी कई शिकार"


राजनीति के जानकारों की मानें तो राजीव शुक्ला प्रत्याशी बनते हैं तो कांग्रेस एक तीर से कई “शिकार” करेगी। तीन धड़ों में बंट चुकी कांग्रेस की गुटबाजी राजीव शुक्ला के चुनावी मैदान में उतरने से पूरी तरह खत्म हो होगी। दूसरा ये कि सभी कार्यकर्ता और नेता पूरी मेहनत के साथ उनको चुनाव लड़ाएंगे। तीसरा यह कि 6 लाख ब्राम्हण और करीब 4 लाख मुस्लिम वोटरों के बीच राजीव शुक्ला काफी हद तक सेंधमारी भी करने में सफल हो सकते हैं। शहर के दक्षिण एरिया में उनका परिवार रहता है। ये एरिया और इसके आसपास के क्षेत्र बीजेपी बाहुल्य हैं। ऐसे में यदि राजीव शुक्ला चुनाव में उतरते हैं तो निश्चित तौर पर कांग्रेस इसका सीधा एडवांटेज लेगी।

4 दशक पहले कांग्रेस खेल चुकी है ब्राम्हण-मुस्लिम कार्ड


कानपुर लोकसभा सीट कांग्रेस कई बार जीत चुकी है। 80 के चुनाव में यहां से आरिफ मोहम्मद खां चुनाव लड़े और जीते भी। हालांकि आरिफ कानपुर के नहीं थे, बल्कि उनकी ससुराल यहां पर थी। 84 के चुनाव में कांग्रेस ने ब्राम्हण कार्ड खेलते हुए दादा नरेश चंद्र चतुर्वेदी को चुनाव लड़ाया। इंदिरा गांधी की हत्या के चलते लहर कांग्रेस की थी और दादा भारी मतों से चुनाव जीते। 89 का चुनाव काफी रोचक रहा। मिल बंदी और मजदूरों की आवाज बुलंद करने वाली कम्युनिस्ट पार्टी की सुभाषिनी अली ने बीजेपी के कैप्टन पंडित जगतवीर सिंह द्रोण को हराकर चुनाव जीता। उसके बाद के चुनाव में द्रोण जी यहां से कई बार चुनाव जीते। 99 में कांग्रेस के श्रीप्रकाश जायसवाल ने जगतवीर सिंह द्रोण को हराने के बाद यह सीट बीजेपी से छीनकर कांग्रेस को दी। श्रीप्रकाश लगातार तीन बार सांसद बने। 2014 में मोदी लहर के चलते वे चुनाव हार गए। 80 के पीछे जाएं तो उन्नाव के दिग्गज नेता मनोहर लाल इमरजेंसी के दौरान यहां से चुनाव जीते। उससे पहले निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर एसएम बनर्जी कई बार सांसद बने। हरिहर नाथ शास्त्री कानपुर के पहले सांसद बने थे।

BJP के A,B, C फार्मूला का हर तोड़ ढूंढ रही है कांग्रेस


चुनाव से पहले ही राजनीतिक दलों में शह और मात देने का सिलसिला शुरु हो चुका है। दोनों ही बड़े राजनीतिक दलों ने अपने प्लान बना रखे हैं। कौन सा नेता कहां से चुनाव लड़ रहा है। उस नेता के खिलाफ अपना कौन सा योद्धाया सेनापतिउतारना है। राजनीति के जानकारों की मानें तो जिस तरह से कांग्रेस और गठबंधन के दल नरेंद्र मोदी की घेराबंदी कर रहे हैं, उसकी वजह से भाजपा ऐन वक्त पर उन्हें अटल जी की पुरानी और अपनी परंपरागत सीट लखनऊ से उतार सकती है। ऐसे में फिर राजनाथ सिंह कहां से लड़ेंगे ? चर्चा है कि राजनाथ सिंह को कानपुर से बीजेपी उतार सकती है। राजनाथ सिंह के कानपुर से लड़ने पर कांग्रेस किसी लोकल नेता को टिकट न देकर राजीव शुक्ला को अपना प्रत्याशी बनाएगी। ऐसे में राजनाथ सिंह के लिए इतना आसान नहीं होगा चुनाव जीतना।

Kanpur सीट से ये दिग्गज कर रहे हैं दावेदारी


कानपुर लोकसभा सीट से कई दिग्गज दावेदारी पेश कर रहे हैं। हालांकि अभी तक जो नाम सामने आए हैं उनमें किदवई नगर के पूर्व विधायक अजय कपूर, आलोक मिश्रा, और हर प्रकाश अग्निहोत्री, प्रमोद जायसवाल, पवन गुप्ता, ममता तिवारी हैं। हालांकि तीन बार यहां से सांसद रह चुके श्रीप्रकाश जायसवाल ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। हालांकि जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की पहली पसंद वही हैं। इसके संकेत कार्यकर्ताओं ने बुधवार को आए राजीव शुक्ला को भी दिया।10 जनपथ में सीधी पहुंच रखने वाले श्रीप्रकाश जायसवाल को कांग्रेस हाईकमान कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है। इतना ही नहीं हाईकमान को भी श्रीप्रकाश जायसवाल को नजरअंदाज करके किसी को प्रत्याशी नहीं बनाएगा।

राजीव शुक्ला को यदि सिर्फ रिपोर्ट भेजनी पड़ी तो....


फिलहाल राजीव शुक्ला को हाईकमान ने आब्जर्वर ही बनाया है। मतलब साफ कि यहां की दावेदारों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोल रिपोर्ट देने का काम उनको सौंपा गया है। खबरों की मानें तो शहर से अभी तक 8 लोगों ने अपनी दावेदारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास भेजी है। राजीव शुक्ला के पूर्व विधायक अजय कपूर से पारिवारिक रिश्ते हैं साथ ही आलोक मिश्रा से भी उनकी काफी निकटता है। श्रीप्रकाश जायसवाल से भी उनके ताल्लुक काफी पुराने हैं। उसमें में इन दावेदारों की रिपोर्ट हाईकमान को भेजना उनके लिए टेढ़ी खीर ही साबित होगी। शायद यही वजह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश के अपने एक करीबी नेता को राजीव शुक्ला के कोआर्डिनेशन के लिए साथ लगाया है। साथ ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कानपुर देहात की अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए मध्य प्रदेश के दतर सिंह मीणा को आब्जर्वर बनाया है।

 

 

कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट राहुल गांधी और जनरल सेकेट्री प्रियंका गांधी 14 फरवरी को Pulwama Terror Attack में शहीद हुए CRPF जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके घर पहुंचे। दोनों ही नेता शहीद अमित कुमार कोरी के शामली स्थित घर पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शरीक हुए। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने शहीद को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद पीड़ित परिवार का दर्द भी बांटा।


[caption id="attachment_18823" align="aligncenter" width="555"] Pulwama Attack में शहीद CRPF जवान अमित कुमार कोरी को श्रद्धांजलि देती कांग्रेस की जनरल सेकेट्री।[/caption]

ट्रेनिंग के बाद शहीद की थी पहली पोस्टिंग


शहीद अमित कुमार कोरी की ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग थी। शहीद के परिवार में उनके माता-पिता के साथ दो भाई हैं। दोनों ही नेता करीब 15 मिनट तक परिजनों के साथ बातचीत करने के बाद कहा कि मुसीबत की घड़ी में वे और कांग्रेस परिवार हर समय साथ है।

[caption id="attachment_18824" align="aligncenter" width="555"] कांग्रेस प्रेसीडेंट राहुल गांधी और जनरल सेकेट्री प्रियंका गांधी ने शहीद के परिजनों से करीब 15 मिनट तक बातचीत भी की।[/caption]

शहीद प्रदीप प्रजापति के घर भी पहुंचे राहुल-प्रियंका


राहुल गांधी और प्रियंका इसके बाद शहीद प्रदीप कुमार प्रजापति के परिजनों से भी मिले। शहीद प्रदीप कुमार प्रजापति शादीशुदा थे. शहीद प्रदीप के घर में माता-पिता के साथ पत्नी और 2 बच्चे हैं। शहीद प्रदीप कबड्डी के काफी अच्छे खिलाड़ी थे और बीते 9 सालों से कश्मीर में तैनात थे। उनका बड़ा बेटा 12वीं में पढ़ता है, जबकि छोटा बेटा 9वीं क्लास में है। उल्लेखनीय है कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए अटैक में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे। आत्मघाती हमलावर ने CRPF की बस पर अटैक किया था।

साथ-साथ रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजबब्बर


राहुल और प्रियंका के साथ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज बब्बर भी मौजूद थे। कांग्रेस नेताओं ने शहीद के परिजनों को शोक की घड़ी में हिम्मत बंधाई। राहुल और प्रियंका ने स्थानीय लोगों के साथ कांग्रेस के लोकल नेताओं से भी बातचीत की। कई लोगों ने स्थानीय समस्याओं के बारे में भी अवगत कराया।

अपनी खोजी पत्रकारिता के लिए देश में मशहूर Cobra Post लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बॉलीवुड की 36 हस्तियों का स्टिंग ऑपरेशन कर #OperationKaraoke में सभी का चेहरा बेनकाब कर दिया है। वेबसाइट के मुताबिक़, ये सभी बॉलीवुड हस्तियाँ पैसों के लिए सोशल मीडिया पर राजनीतिक दलों का प्रचार करने के लिए रजामंद थीं। खुफिया कैमरे में कोई कांग्रेस प्रेसीडेंड राहुल गांधी की खिल्ली उड़ाने की हामी भरते कैद हुआ तो कोई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ट्रोल करने की बात करते दिखा। ये सभी देश के नामी-गिरामी गायक, कॉमेडियन और अभिनेता-अभिनेत्री हैं।


[caption id="attachment_18816" align="alignnone" width="695"] साभार : Cobra Post[/caption]

YOGESH TRIPATHI


मान लीजिए, आप किसी बॉलीवुड स्टार के ज़बरदस्त फ़ैन हैं। facebook, Twitter और Instargram पर आप उसे फ़ॉलो करते हैं। निश्चित तौर पर आप ये जानना चाहेंगे कि देश के तमाम मुद्दों पर आपके चहेते स्टार की राय क्या है ? Cobra Post के मुताबिक, 'अगर आपको यह पता चले कि आपका वह चहेता स्टार पर्दे के पीछे किसी से “कागज के चंद टुकड़े” (मोटी रकम) लेकर किसी पार्टी के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है, तो फिर आप पर क्या होगा ? '



Cobra Post के स्टिंग ऑपरेशन के दौरान खुफिया कैमरों में जो बॉलीवुड की हस्तियां पैसे लेकर किसी भी राजनीतिक दल के नेताओं के लिए प्रचार-प्रसार, उसकी खिल्ली उड़ाने या फिर उसे ट्रोल करने की बात करते हुए कैद हुई हैं वो हैं

प्लेबैक सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य, कैलाश खेर, मीका सिंह, बाबा सहगल, अभिनेता जैकी श्रॉफ, शक्ति कपूर, विवेक ओबेरॉय, सोनू सूद, अमीषा पटेल, महिमा चौधरी, श्रेयस तलपड़े, पुनीत इस्सर, सुरेंद्र पाल, पंकज धीर और उनके पुत्र निकितिन धीर, टिस्का चोपड़ा, दीपशिखा नागपाल, अखिलेन्द्र मिश्रा, रोहित रॉय, राहुल भट, सलीम ज़ैदी, राखी सावंत, अमन वर्मा, हितेन तेजवानी और उनकी पत्नी गौरी प्रधान, एवलीन शर्मा, मिनिषा लाम्बा, कोयना मित्रा, पूनम पांडेय, सनी लियोनी, कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव, सुनील पाल, राजपाल यादव, उपासना सिंह, कृष्णा अभिषेक, विजय ईश्वरलाल पवार यानि वीआईपी, कोरियोग्राफ़र गणेश आचार्य और डांसर-एक्ट्रेस संभावना सेठ।




Cobra Post का दावा है कि...

Cobra Post का दावा है कि इसके लिए किसी ने एक महीने में एक मैसेज के लिए दो लाख तो किसी ने ढाई करोड़ रुपये माँगे, यानी आठ महीने के कांट्रैक्ट के लिए 20 करोड़ रुपये। एक-दो कलाकारों को छोड़ सभी सेलिब्रिटीज को अपनी फ़ीस का एक बड़ा हिस्सा कैश में लेने से कोई गुरेज नहीं था।



ब्लैक मनी लेने को पूरी तरह से तैयार

Cobra Post के मुताबिक, अगर यह कहा जाए कि इन बॉलीवुड हस्तियों को काले धन से कोई आपत्ति नहीं थी, तो ग़लत नहीं होगा। हैरत की बात यह है कि इनमें से कुछ कलाकारों ने नोटबन्दी की जमकर तारीफ़ भी की। बता दें कि नोटबंदी का उद्देश्य काले धन पर लगाम लगाना था। वेबसाइट का दावा है कि कुछ कलाकारों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कॉंग्रेस के नेता राहुल गाँधी की खिल्ली उड़ाने से भी कोई ऐतराज़ नहीं था।

अभिनेत्री अमीषा पटेल

मॉडल और बॉलीवुड अभिनेत्री अमीषा पटेल Cobra Post टीम से कहती हैं, ‘समझो आप 28 को आ रहे हो, ट्रांजेक्शन हो जाता है तो 28 की शाम को मैं कर दूंगी ताकि सितंबर के पहले हफ़्ते में जब आपका पहला आ जाए तो वो पांच दिन का गैप रहेगा...।’

https://twitter.com/cobrapost/status/1097796993051705344

मैं अपनी बात को डांस के जरिए पोस्ट करूंगा”

सोशल मीडिया पर कंटेंट किस तरह से अपने स्टाइल में डालना है इस पर कोरियोग्राफ़र गणेश आचार्य कहते हैं, ‘मुझे अगर कोई बात करनी है तो डांस के जरिये डालूँगा, इससे बात लाखों तक पहुँचती है, करोड़ों तक पहुँचती है।’

https://twitter.com/cobrapost/status/1097799224597663744

अभिनेता विवेक ओबरॉय भी खुफिया कैमरे में कैद

Cobra Post टीम का अगला टॉरगेट अभिनेता विवेक ओबरॉय बने। बातचीत में ओबेराय कहते हैं, 'आप ये फ़ार्मेलिटीज पूरी कर दो...फिर आप जैसा कहेंगे हम वैसा करेंगे। फिर हम पहली सितंबर से करेंगे क्योंकि इसके बाद हम जांएगे केरला, केरला से हम जाएंगे अजरबैजान। ट्वीट तो हम कहीं से भी करेंगे लेकिन अगर ये फ़ॉर्मेलिटीज क्लोज हो जाती हैं तो हमको भी एक अंडरस्टैंडिंग भी हो जाती है।'

https://twitter.com/cobrapost/status/1097794740945383426

नंबर-1 में डालो ही नहीं, ब्लैक मनी दो

Conra Post की टीम की मुलाक़ात अभिनेता शक्ति कपूर से होती है। शक्ति कपूर बातचीत में कहते हैं कि कोई कन्फ़्यूजन नहीं है, वैसे भी जब मोदी साहब इलेक्शन में खड़े हुए थे, तब मैं बीजेपी का स्टार प्रचारक था उत्तराखंड में। मैंने और मोदी जी ने एक ही मंच पर भाषण दिए थे। जब कोबरा पोस्ट के रिपोर्टर ने जब कहा कि पॉलिटकल फ़ंडिंग का मामला है तो उसमें नंबर वन में बहुत मुश्किल है तो इस पर शक्ति कहते हैं कि नंबर वन में डालो ही मत।

https://twitter.com/cobrapost/status/1097792471420100608

Cobra Post के लपेटे में सोनू सूद भी आए

ऑपरेशन कराओके में कोबरा पोस्ट की टीम मिलती है अभिनेता सोनू सूद से। टीम का रिपोर्टर सोनू से कहता है कि हमें इस काम को सीक्रेट ढंग से करना है, इस पर सोनू कहते हैं कि हाँ यह बहुत ज़रूरी है, वरना तो मामला एक्सपोज हो जाएगा। रिपोर्टर कहता है कि आपका कुल पैसा 20 करोड़ बैठता है, इसमें आप कितना पैसा कैश में एडजस्ट कर लेंगे। सोनू थोड़ी देर सोचने के बाद कहते हैं 10-12 करोड़।

https://twitter.com/cobrapost/status/1097795238322688000

न्यूड फोटो खिंचवाने के लिए मशहूर पूनम पांडेय भी शामिल

टीम आगे मिलती है मॉडल पूनम पांडे से। पूनम टीम की बातों से सहमत दिखती हैं। रिपोर्टर जब आगे कहता है कि 80 फ़ीसदी पैसा आपको कैश में मिलेगा तो पूनम इसके लिए भी तैयार हो जाती हैं।

https://twitter.com/cobrapost/status/1097842345675026432

अनीता भाभी ने साफ-साफ मना कर दिया

कोबरा पोस्ट ने यह भी दावा किया है कि इस सबके बीच चंद ऐसे लोग भी थे जिन्होंने इस अजेंडे पर काम करने से इनकार कर दिया। खोजी वेबसाइट के मुताबिक़, इनकार करने वाले कलाकार हैं। विद्या बालन, अरशद वारसी, रज़ा मुराद और सौम्या टंडन।

क्रिकेटर से नेता बने कीर्ति आजाद ने अपने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा Twitter पर की। कीर्ति आजाद को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते BJP ने 2015 में निलंबित कर दिया था। बीजेपी से बाहर किए जाने के बाद से वे लगातार मुखर थे।


[caption id="attachment_18813" align="alignnone" width="720"] कीर्ति आजाद को कांग्रेस में शामिल करने के बाद माला पहनाते राहुल गांधी।[/caption]

कीर्ति आजाद बिहार के दरभंगा से 2014 का लोकसभा चुनाव BJP के टिकट पर जीते थे। सांसद बनने के बाद वे लगातार बीजेपी पर हमलावर रहे। दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के मुद्दे पर कीर्ति आजाद ने सबसे पहले मोदी सरकार के ताकतवर मंत्री अरुण जेटली पर हमला बोला। वे समय-समय पर बीजेपी और केंद्र सरकार की नीतियों पर प्रहार करते रहे।

https://twitter.com/KirtiAzadMP/status/1097357708141813761

कीर्ति आजाद ने कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली। इसकी घोषणा उन्होंने अपने Twitter पर की। उल्लेखनीय है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों की वजह से भाजपा ने 2015 में कीर्ति आजाद को निष्कासित कर दिया था। उसके बाद से वे बीजेपी के खिलाफ और मुखर हो गए थे।

कीर्ति आजाद ने Tweet किया, ''आज सुबह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने मुझे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कराई। मैंने मिथिला की परंपरा में उनको मखाना की माला, पाग, चादर से सम्मानित किया''

Pulwama में 4 दिन पहले CRPF के 40 के जवानों की शहादत के बाद से सेना और अर्धसैनिक बलों के जवान आतंकियों की तलाश में दिन-रात सर्च ऑपरेश न चला रहे थे। देर रात सेना ने कार्रवाई शुरु की तो आतंकियों ने फायरिंग की। जिसमें सेना के मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। मंडे की सुबह सेना ने आसपास के एरिया को खाली कराने के बाद उस मकान को विस्फोट कर उड़ा दिया, जिसमें आतंकी छिपे थे।


[caption id="attachment_18810" align="alignnone" width="695"] सोमवार की सुबह सेना की तरफ से एनकाउंटर के दौरान किए गए विस्फोट में मारा गया जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर कामरान।[/caption]

मारे गए आतंकियों में जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर कामरान


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के जवानों ने जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकी कामरान को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। कामरान जैश का कमांडर बताया जा रहा है। एनकाउंटर में कामरान समेत दो आतंकी मारे गए हैं। इससे पहले मुठभेड के दौरान एक मेजर समेत 4 जवान भी शहीद हो गए। एक जवान के घायल होने की खबर है। फायरिंग के दौरान एक नागरिक के भी मारे जाने की खबर है। एनकाउंटर पुलवामा के पिंगलान इलाके में हुआ।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एरिया में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर देर को शुरु हुआ। सुरक्षाबलों ने इन घेराबंदी शुरु की तो आतंकी अंधाधुंध फायरिंग करते हुए बाहर निकले। आतंकियों की गोली से सेना के मेजर समेत चार सैनिक शहीद हो गए।

सेना और आतंकियों की तरफ से सुबह तक फायरिंग होती रही। सोमवार की सुबह सेना ने आसपास के घरों को खाली कराने के बाद जिस मकान में आतंकी छिपे थे उसे विस्फोट से उड़ा दिया। काफी देर बाद एक आतंकी की पहचान हो सकी। जबकि दूसरे आतंकी की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।

खबरों की मानें तो अभी भी इस एरिया में 3 से 4 आतंकी छिपे हो सकते हैं। फिलहाल सेना और अर्द्धसैनिक बलों ने पूरे एरिया को चारो तरफ से घेर रखा है। सर्च ऑपरेशन जारी है।


Pulwama में शहीद हुए थे CRPF के 40 जवान


गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकवादी हमले के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान शहीद हो गए थे। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।

कांग्रेस ने इन फार्मों को “युवा शक्ति कार्ड” का नाम दिया है, इसमें केंद्र में पार्टी की सरकार बनने पर रोजगार या भत्ते का वादा किया गया है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के विधान सभा चुनाव में भी कांग्रेस ने इसी तरह का एक फार्म बेरोजगार युवाओं से भरवाए थे।




मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जल्द ही कांग्रेस कार्यकर्ता घर-घर जाकर बेरोजगार युवाओं से रोजगार फॉर्म भरवाएंगे।  इसमें कांग्रेस की सरकार बनने पर रोजगार संबंधी मदद या बेरोजगारी भत्ते का वादा किया जाएगा। इस फॉर्म को ‘युवा शक्ति कार्ड’ नाम दिया गया है।

भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष केशव चंद यादव के मुताबिक, ‘हालिया विधानसभा चुनाव में संबंधित राज्यों के युवाओं से हमने फॉर्म भरवाकर वादा किया था कि उन्हें रोजगार या भत्ते की मदद की जाएगी। सरकार बनने के साथ ही तीनों राज्यों में हम इस वादे को पूरा कर रहे हैं।’

मालुम हो कि कांग्रेस ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं से इसी तरह का रोजगार फॉर्म भरवाया था और रोजगार से जुड़ी मदद का वादा किया था। इन राज्यों में सफलता के बाद कांग्रेस इसे बड़े पैमाने पर देशव्यापी स्तर पर लागू करने जा रही है।

 

 

Pulwama Terror Attack में शहीद उन्नाव निवासी CRPF जवान अजीत के परिजनों से शनिवार देर शाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फोन पर बात की। शहीद के परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में दिलासा देने के साथ-साथ प्रियंका गांधी ने हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।


[caption id="attachment_18799" align="alignnone" width="1033"] Pulwama Attack में शहीद हुए उन्नाव निवासी CRPF के जवान अजीत के परिजनों से मुलाकात कर पूर्व सांसद ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से परिजनों की बात भी कराई।[/caption]

ईशा से बोलीं प्रियंका गांधी, तुम्हारे सपने हम पूरा करेंगे


शहीद CRPF अजीत की बेटी ईशा से फोन पर बात कर पूछा कि वह क्या बनना चाहती हैं ?  डॉक्टर बनने की ख्वाहिश जान प्रियंका बोलीं तुम मन लगाकर खूब पढ़ो, हम तुम्हारे सपने पूरे करेंगे।

उन्नाव की पूर्व सांसद अन्नू टंडन के पास शनिवार देर शाम प्रियंका गांधी वाड्रा का फोन आया। उन्होंने शहीद अजीत के परिवार से बात कराने को कहा।  इस पर पूर्व सांसद अन्नू टंडन रात करीब साढ़े नौ बजे शहीद के घर पहुंचीं। उन्होंने मोबाइल से शहीद के पिता प्यारे लाल और बेटी ईशा से प्रियंका गांधी की बात कराई।

शहीद के पिता से फोन पर बात करते समय प्रियंका ने अपनी संवेदना व्यक्त की और कहा कि इस गहरे संकट और दुख की घड़ी में कांग्रेस आपके साथ है। आपके  बेटे ने देश की रक्षा की खातिर अपने प्राणों की बलि दी है। उनका बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा।