दिसंबर 2017

करीब तीन दशक से अधिक समय तक जागरण, हिन्दुस्तान जैसे अखबार में बतौर संपादक कार्य करने वाले शशांक शेखर त्रिपाठी के निधन की खबर दोपहर बाद जब आई तो पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। ठेठ कनपुरिया अंदाज और बेबाक शैली के चलते उन्होंने पत्रकारिता जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई। श्रीत्रिपाठी कुछ दिन पहले घर में ही बाथरूम जाते वक्त गिर गए थे। जिसकी वजह से उनके सिर में गहरी चोट आई थी। चिकित्सकों के मुताबिक वह तीन दिन से कोमा में थे।  


[caption id="attachment_18721" align="aligncenter" width="960"] स्वर्गीय शशांक शेखर त्रिपाठी फोटो साभारः फेसबुक वॉल से[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। वरिष्ठ पत्रकार और जागरण डॉट कॉम के पूर्व संपादक शशांक शेखर त्रिपाठी का संडे की दोपहर निधन हो गया। करीब सप्ताह भर पहले वे बाथरूम में जाते वक्त फिसलकर गिर गए थे। गंभीर हालत में उन्हें यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सिर में गहरी चोटें आने से वह कई दिनों से कोमा में थे। उनके निधन की खबर से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई। मंडे की दोपहर दिल्ली स्थित निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।


यूपी के दिग्गज संपादकों में एक थे शशांक शेखर त्रिपाठी


ठेठ कनपुरिया अंदाज, बेबाक लेखनी के चलते और अपने अक्खड़ स्वभाव के चलते पत्रकारिता जगत में शशांक शेखर त्रिपाठी ने यूपी में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया था। उनकी गिनती दिग्गज पत्रकारों में की जाती है। उनकी छत्रछाया में रिपोर्टिंग करने वाले यूपी के कई पत्रकार वर्तमान समय में विभिन्न अखबारों में संपादक और समाचार संपादक जैसे पदों पर कार्यरत हैं।

[caption id="attachment_18722" align="aligncenter" width="789"] अपनी धर्मपत्नी के साथ शेखर त्रिपाठी जी की यह फोटो 22 नवंबर 2009 में एक शादी समारोह की है। साथ में लखनऊ प्रेस क्लब के पूर्व पदाधिकारी जोकू त्रिपाठी भी मौजूद।[/caption]

नेता हो या नौकरशाह हर किसी को सताता था लेखनी का भय


हिन्दुस्तान (बनारस) में संपादक रहने के साथ शशांक शेखर त्रिपाठी बरेली जागरण, लखनऊ जागरण में भी लंबे समय तक बतौर संपादक कार्यरत रहे। किसी समय उनके कार्यकाल में जागरण अखबार राजधानी लखनऊ में नंबर-1 की पोजीशन पर था। लखनऊ के बाद जागरण प्रबंधतंत्र ने उन्हें जागरण डॉट कॉम का नेशनल एडीटर बनाकर दिल्ली भेज दिया। पिछले कई साल से वह दिल्ली में ही थे।

पत्रकारिता जगत के साथ सोशल मीडिया में भी शोक की लहर


करीब तीन दशक से अधिक समय तक बतौर संपादक यूपी में एकछत्र राज्य करने वाले बहुमुखी प्रतिभा और कलम के धनी शशांक शेखर त्रिपाठी के निधन की खबर जब उनके करीबी लोगों को लगी तो किसी को पल भर के लिए यकीन ही नहीं हुआ कि वे इस दुनिया को अलविदा कह गए। लेकिन सोशल मीडिया पर उनके बेहद करीबी लोगों ने जब पोस्ट डाला तो लोग अपने आंखों के आंसू को रोक नहीं सके।

 

 

दरोगा और सिपाहियों की करतूतें अब UP Police के अफसरों को शर्मशार करने लगी हैं। एक कांस्टेबल की पत्नी ने Kanpur के घाटमपुर कोतवाली स्थित रेउना चौकी में जमकर तांडव मचाया। हाथों में कुल्हाड़ी लेकर महिला दरोगा की हत्या करने के लिए इधर से उधर काफी देर तक घूमीं लेकिन दरोगा भाग निकला। इसके बाद महिला ने गाड़ी फूंक दी। महिला का आरोप है कि उसका यौन शोषण करने के बाद दरोगा की गंदी निगाहें उसकी बेटी पर भी लग गईं।


[caption id="attachment_18717" align="aligncenter" width="640"] Kanpur के घाटमपुर कोतवाली एरिया की रेउना चौकी में महिला ने दरोगा की मोटरसाइकिल फूंक दी[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। दरोगा के यौन शोषण का शिकार एक सिपाही की बीवी ने उस समय “चंडी” का रूप धारण कर लिया, जब उसे पता चला कि वहशी दरोगा अब उसकी बेटी को भी अपनी हवश का शिकार बनाना चाहता है। चौकी पहुंची महिला से दरोगा ने अभद्रता कर पिटाई कर दी। इसके बाद जो चौकी में महिला ने जमकर तांडव मचाया। हाथों में कुल्हाड़ी लेकर महिला ने दरोगा को दौड़ा लिया। मौत सामने देख दरोगा और सिपाही भाग निकले। इसके बाद महिला ने चौकी में खड़ी मोटरसाइकिल में आग लगा दी। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण तमाशबीन बने रहे। सूचना पर घाटमपुर कोतवाल और इंस्पेक्टर पहुंचे। थोड़ी देर बाद एसपी ग्रामीण भी पहुंच गए। महिला को हिरासत में लेकर पुलिस अफसर रवाना हो गए।


देखें घटनाक्रम का Live Video


https://youtu.be/OE9155mtOok

क्या है पूरा मामला


वारदात कानपुर शहर के घाटमपुर कोतवाली एरिया की चौकी रेउना में संडे की दोपहर को हुई। पीड़ित महिला के मुताबिक उसका पति कुछ साल पहले औरैया जनपद में बतौर कांस्टेबल तैनात था। वहां पर उसकी मुलाकात वर्तमान चौकी इंचार्ज रेउना से हुई। आरोप है कि चौकी इंचार्ज ने झांसा देकर उसके साथ शारीरिक संबध बना लिए। जब उसने विरोध किया तो चौकी उसको बदनाम करने की धमकी दी। इस बीच ट्रांसफर होने के बाद भी चौकी इंचार्ज अक्सर उसके पास आकर जबरन संबध बनाता रहा।

महिला के बाद दरोगा ने बेटी पर लगाई गिद्ध सरीखी निगाह


रेउना चौकी में तांडव मचाने वाली पीड़ित महिला का आरोप है कि उसका यौन शोषण करने के बाद दरोगा की निगाह उसकी बेटी पर लग गई। बताया जा रहा है कि उसने बेटी के साथ भी गंदी हरकतें पिछले दिनों की। इसकी भनक जब महिला को लगी तो वह आग-बबूला होकर संडे की दोपहर को रेउना चौकी पहुंच गई।

चौकी में गाली देने के बाद दरोगा ने की पीड़िता की पिटाई


प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक चौकी पहुंची पीड़िता को दरोगा ने काफी गंदी गालियां बकीं। जब महिला ने विरोध किया तो दरोगा ने उसकी पिटाई कर दी। महिला ने घटनाक्रम की जानकारी अपने कांस्टेबल पति को दी। पति के पहुंचने पर महिला के हाथ कहीं से कुल्हाड़ी लग गई। कुल्हाड़ी लेकर वह चौकी के अंदर तांडव मचाने लगी तो दरोगा जान बचाकर भाग निकला। दरोगा के भागते ही चौकी में तैनात सिपाही भी नौ-दो-ग्यारह हो लिए।

चौकी में ही फूंक दी मोटरसाइकिल


वीडियो देखने के बाद साफ पता चल रहा है कि महिला हाथों में कुल्हाड़ी लेकर दरोगा को चौकी के अंदर इधर-उधर ढूंढ रही है। वह दरोगा के बिस्तर के पास भी गई लेकिन वह नहीं मिला। गुस्साई महिला ने इसके बाद चौकी में खड़ी मोटरसाइकिल फूंक दी।

ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे अफसर करते रहे लीपापोती


प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक महिला के तांडव की जानकारी मिलने पर कोतवाल घाटमपुर, क्षेत्राधिकारी घाटमपुर पहुंचे और महिला को हिरासत में ले लिया। इसके बाद एसपी ग्रामीण भी फोर्स के साथ पहुंच गए। महिला को लेकर सभी अफसर कहीं और चले गए। इस बाबत किसी भी अफसर ने अधिकारिक बयान नहीं दिया है। समाचार लिखे जाने तक किसी भी तरफ से कोई रिपोर्ट भी पुलिस ने नहीं दर्ज की थी।

 

 

भारतीय जनता पार्टी (BJP) सिकंदरा विधान सभा सीट पर हुए उपचुनाव में "सिकंदर" बन गई। BJP प्रत्याशी अजीत पाल ने सपा प्रत्याशी सीमा सचान को कड़े संघर्ष के बाद 11,871मतों के अंतर से पराजित कर दिया। कांग्रेस प्रत्याशी प्रभाकर पांडेय की हालत बेहद खराब रही। वह तीसरे स्थान पर रहे अवश्य लेकिन जिस तरह की उम्मींद लगाई जा रही थी, वो उसके मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके। EVM को लेकर काफी देर तक सपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने हंगामा किया। 


[caption id="attachment_18713" align="aligncenter" width="640"] Kanpur Dehat की सिकंदरा विधान सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अजीत पाल विजयी घोषित[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। Kanpur Dehat में बीजेपी विधायक मथुरा पाल के निधन से रिक्त हुई सिकंदरा विधान सभा सीट का उपचुनाव भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जीत लिया। बीजेपी प्रत्याशी और मथुरा पाल के बेटे अजीत पाल ने सपा प्रत्याशी सीमा सचान को कांटे की टक्कर के बाद हराया। मतगणना के दौरान एक EVM की सील टूटी मिलने पर काफी देर सपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने हंगामा भी किया। बवाल की आशंका भांप जिला प्रशासन ने मतगणना स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल को बुला लिया। हालांकि काफी देर बाद दोनों प्रत्याशी फिर से मतगणनास्थल के अंदर प्रवेश कर गए। सिकंदरा सीट का चुनाव जीतने के बाद भाजपाइयों ने जमकर आतिशबाजी की।


पहले चक्र की मतगणना से ही BJP प्रत्याशी ने बनाई बढ़त


माती स्टेडियम में सुबह करीब आठ बजे मतों के गिनती की प्रक्रिया शुरु हुई। प्रशासन ने किसी भी बवाल से निपटने के लिए भारी पुलिस बल की तैनाती की थी। पहले चरण से ही बीजेपी प्रत्याशी अजीत पाल ने सपा प्रत्याशी सीमा सचान पर बढ़त बना ली। हालांकि यह बढ़त महज हजार और दो हजार मतों की ही रही लेकिन 11वें चरण की मतगणना होते-होते यह बढ़त चार हजार का आंकड़ा पार कर गई। 20 चक्र की गिनती के बाद बीजेपी प्रत्याशी ने करीब आठ हजार मतों की बढ़त बना ली। 24वें राउंड की गिनती के बाद अजीत पाल ने 11 हजार से अधिक मतों की लीड बना ली।

[caption id="attachment_18725" align="aligncenter" width="640"] जीत के बाद बीजेपी लीडर राजेंद्र सिंह चौहान और अन्य तमाम नेताओं के साथ जश्न मनाते सिंकदरा के नवनिर्वाचित विधायक अजीत पाल[/caption]

11वें चक्र में सीमा सचान और प्रभाकर पांडेय ने किया हंगामा


11वें चक्र की मतगणना जब शुरु हुई तो एक EVM की सील टूटी मिली। इसके बाद सपा प्रत्याशी सीमा सचान और कांग्रेस प्रत्याशी प्रभाकर पांडेय ने विरोध दर्ज कराते हुए VVPAT मशीन से पर्चियां निकालने की मांग शुरु कर दी। जिला प्रशासन जब इसके लिए तैयार नहीं हुआ तो सपा और कांग्रेस प्रत्याशी नारेबाजी करते हुए मतगणनास्थल के बाहर आ गए। काफी देर तक हंगामा चलता रहा। खबर सपाइयों को मिली तो सैकड़ों समर्थक मतगणनास्थल के गेट पर नारेबाजी करने लगे। इस बीच बीजेपी के कार्यकर्ता भी पहुंचे और जवाबी नारेबाजी शुरु हो गई।

बवाल की आशंका भांप PAC को किया गया Alert


सपा और कांग्रेस प्रत्याशियों की तरफ से नारेबाजी और हंगामा होते देख जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस फोर्स को बुलाने के साथ पीएसी को भी अलर्ट कर दिया। काफी देर हंगामा करने के बाद सपा और कांग्रेस प्रत्याशी दोबारा मतगणनास्थल पहुंचे। उसके बाद गिनती की प्रक्रिया फिर से शुरु हुई।

सपा प्रत्याशी बोलीं, एजेंट बना रहा जिला प्रशासन 


सपा प्रत्याशी सीमा सचान और कांग्रेस प्रत्याशी प्रभाकर पांडेय ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कहा कि सरकार के इशारे पर मतगणना ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी एजेंट बनकर काम करते हुए दिखाई दिए। दोनों ही प्रत्याशियों ने EVM  में छेड़छाड़ का आरोप भी मढ़ा।

जीत के साथ भाजपाइयों ने जमकर की आतिशबाजी


बीजेपी प्रत्याशी अजीत पाल के चुनाव जीतते हुए भाजपाई फार्म में आ गए। नारेबाजी के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाने के बाद जमकर आतिशबाजी की। कानपुर देहात बीजेपी के मीडिया प्रभारी विकास मिश्रा ने www.redeyestimes.com से बातचीत में कहा कि मेहनत आखिर रंग लाई। जीत की पूरी उम्मींद थी और वह उम्मींद सच में बदल गई। भाजपा ने अपनी सीट बरकरार रखते हुए जीत ली। विकास मिश्रा ने कहा कि अजीत पाल को जिताने के साथ सिकंदरा की जनता ने स्वर्गीय मथुरा पाल को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि भी अर्पित की। चुनाव परिणाम के बारे में विकास मिश्रा ने कहा कि “सिंकदरा में बीजेपी फिर बनी “सिकंदर”। EVM को लेकर लगे आरोप के बाबत विकास मिश्रा ने कहा कि विरोधी जब हारते हैं तो ठीकरा मशीन पर फोड़ते हैं।

 

 

शनिवार देर रात यूपी के बुन्देलखंड स्थित महोबा जनपद में Ex.Minister बादशाह सिंह के खरेला स्थित आवास पर हुई छापे की कार्रवाई से हड़कंप मच गया। अगवा किशोर की बरामदगी हो जाने पर लखनऊ की क्राइम ब्रांच ने राहत भरी सांस ली है। 


[caption id="attachment_18707" align="aligncenter" width="768"]shivam, redeyestimes.com पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के आवास से अपह्त कारोबारी के बेटे शिवम जायसवाल को मुक्त कराने के बाद लखनऊ लेकर जाती पुलिस[/caption]

Hari Krishna Poddar


महोबा। उत्तर प्रदेश की राजधानी (Lucknow) की पुलिस ने अगवा किशोर को आखिर खोज ही निकाला। लखनऊ की क्राइम ब्रांच टीम ने देर रात यूपी के Ex.Minister बादशाह सिंह के आवास पर छापा मारकर किशोर को मुक्त करा लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस ने बादशाह सिंह के लड़के को हिरासत में ले लिया। उसे कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ ले जाया गया है।


[caption id="attachment_18708" align="aligncenter" width="720"] पूर्व मंत्री बादशाह का बेटा सूर्यदेव उर्फ शिवा को पुलिस अपने साथ लखनऊ ले गई[/caption]

Lucknow के चिनहट निवासी बड़े कारोबारी का बेटा है शिवम 


पुलिस सूत्रों की मानें तो लखनऊ के चिनहट निवासी एक बड़े कारोबारी के बेटे शिवम जायसवाल का कुछ दिन पहले अपहरण हो गया। पीड़ित व्यापारी ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई तो पुलिस एक्टिव हो गई। सुरागरशी के बाद पुलिस को अपह्त शिवम की लोकेशन महोबा जनपद में मिली। देर रात क्राइम ब्रांच की टीम महोबा पहुंच गई। क्षेत्राधिकारी चरखारी के साथ लखनऊ की फोर्स ने पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के खरेला स्थित आवास पर छापा मारा तो वहां हड़कंप मच गया। पुलिस ने आवास में मौजूद अपह्त शिवम जायसवाल को मुक्त करा लिया।

बादशाह सिंह के बेटे को भी साथ ले गई Crime Branch


महोबा पुलिस की मानें तो क्राइम ब्रांच की टीम पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे को सूर्यदेव उर्फ शिवा को अपने साथ ले गई। आरोप है कि शिवा ने ही शिवम का अपहरण किया है। चिहनट में पीड़ित के परिजनों ने कुछ इसी तरह की तहरीर पुलिस को दी है।

सवालों के घेरे में अपहरण की कहानी ?


पुलिस ने पूर्व मंत्री बादशाह सिंह के बेटे को अपहरण के मामले में गिरफ्तार कर अपह्त को बरामद करने का दावा किया है लेकिन तमाम सवाल ऐसे हैं जो अपहरण की कहानी पर सवालिया निशान उठा रहे हैं।

पहली बात ये कि अगवा शिवम पूर्व मंत्री के आवास में आराम से सोते हुए मुद्रा में पुलिस को मिला। दूसरी अहम बात ये है कि शिवम जायसवाल का मोबाइल फोन ऑन था। यदि कोई अपहरण करेगा तो निश्चित तौर पर वह हाथ-पैर बांधकर रखेगा साथ ही मोबाइल खुला क्यों रखेगा। बताया जा रहा है कि मोबाइल भी शिवम की जेब से ही पुलिस ने बरामद किया है। अंदरखाने की मानें तो कारोबारी का बेटा खुद ही भागकर आया था। लेकिन उसके परिजनों ने अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी।

 

 

आसाराम और राम रहीम के बाद देश में एक और अय्याश कथित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित की चर्चा हो रही है। हालांकि ये बाबा पहले भी चर्चा में रह चुका है। राम रहीम की तरह ये भी लड़कियों को कैद करके रखता था। देश भर में इस कथित बाबा के कई आश्रम हैं। बताया जा रहा है कि राजनीति और नौकरशाही के गलियारों में इस अय्याश बाबा की काफी तगड़ी पकड़ है। शायद यही वजह है कि तमाम सूचनाओं और शिकायतों के बाद भी पुलिस इस पर हाथ डालने में कतराती थी। फिलहाल हाईकोर्ट के आदेश पर अब CBI की टीम इस बाबा के पीछे पड़ी है। फ्राइ-डे को यूपी के बुन्देलखंड स्थित बांदा में टीम ने इसके आश्रम पर छापेमारी की लेकिन वह नहीं मिला।




 

नई दिल्ली। देश के राजधानी दिल्ली के रोहिऩी विजय विहार स्थित कथित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय में अय्यास कथित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित (VDD) नेताओं को अय्याशी के लिए बुलाता था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें इस अय्याश ने 16 हजार महिलाओं और लड़कियों से सेक्स की इच्छा पाल रखी थी। इसके लिए वह हर दिन सेक्स वर्धक दवाएं खाकर 10 युवतियों से सेक्स करता था। वहीं इस अय्याश की गिरफ्तारी के लिए एक टीम ने यूपी के बांदा जनपद स्थित उसके आश्रम में दबिश दी।

हाईकोर्ट ने पूछा कि सिर्फ लड़कियां ही क्यों ?


दिल्ली हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए इस अय्याश VDD के दिल्ली स्थित 8 आश्रमों की जांच कराने का आदेश जारी करते हुए सवा खड़ा किया है कि आखिर ये कैसा आश्रम है कि जहां सिर्फ एक उम्र की लड़कियों को ही रखा जाता है।


16 हजार महिलाओँ से सेक्स का था टारगेट


एक टीवी चैनल के मुताबिक उसने 16,000 महिलाओं के साथ संबंध बनाने का लक्ष्य रखा था। वह रोज शक्तिवर्धक दवाइयां कहकर 10 महिलाओं से शारीरिक  संबंध बनाता था।वह गोपियां बनाने के लिए लड़कियों को संबंध बनाने के लिए आकर्षित करता था। आध्यात्मिक विश्वविद्यालय नाम से आश्रम चलाने वाला बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित खुद को कृष्ण बताता था। वह हमेशा महिला शिष्यों के बीच ही रहा करता था।

यूपी के बांदा स्थित आश्रम में दबिश


अय्याश वीरेंद्र देव दीक्षित (VDD) की गिरफ्तारी के लिए CBI की टीम पिछले कई दिनों से हाथ-पैर मार रही है लेकिन वीरेंद्र देव की नहीं मिल रहा है। फ्राइ-डे की दोपहर को एक टीम ने यूपी के बुन्देलखंड स्थित बांदा जनपद में बने वीरेंद्र देव के आश्रम पर छापा मारा। देर शाम तक यहां छापे की कार्रवाई चलती रही लेकिन वीरेंद्र हाथ नहीं लगा। बताया जा रहा है कि यहां पर वीरेंद्र देव को देखे जाने की बात सीबीआइ को मिली थी। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।

नेताओं और अफसरों को अय्याशी के लिए बुलाता था VDD


अय्याश कथित बाबा कितना बड़ा रसूखदार है, यह इस बात से साफ पता चलता है कि वह तमाम नेताओं और अफसरों को अय्याशी के लिए अपने आश्रम पर बुलाता था। बताया जा रहा है कि यहां पर वह उनके मनमुताबिक बंधक बनाकर कर रखी गई लड़कियों को सौंप देता था।

41 लड़कियों को मुक्त कराया गया 


गुरुवार को को तीसरे दिन भी छापेमारी के बाद महिला आयोग और पुलिस की टीम ने बंधक बनाकर रखी गईं 41 नाबालिग लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पुलिस के मुताबिक लड़कियों ने मेडिकल कराने से मना कर दिया। इसके बाद उन्हें शेल्टर होम भेज दिया गया। वहीं, आश्रम का संचालक बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित अभी भी फरार है। सूत्रों के मुताबिक आश्रम में अभी भी 150 लड़कियां और महिलाएं हैं। इन सभी ने बाहर आने से साफ इनकार कर दिया है। महिला आयोग फिलहाल इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं इनमें से कोई नाबालिग तो नहीं है। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पुलिस व दिल्ली महिला आयोग की टीम गुरुवार सुबह फिर से छापेमारी करने पहुंची।

14 दरवाजों को तोड़कर निकाली गईं लड़कियां


खबरों की मानें तो अय्याश कथित बाबा हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट चलाता है। दबिश के दौरान इस दौरान आश्रम के लोगों से कमरे की चाबियां मांगी लेकिन उन्होंने मना कर दिया। आखिरकार पुलिस टीम ने करीब 14 दरवाजों के ताले तोड़ दिए। पुलिस के अनुसार लड़कियां कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं है। कुछ लड़कियां बेसुध हालत में बाहर निकालीं गईं। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा कि आश्रम में जो भी महिलाएं हैं सभी को यहां से निकालकर नारी निकेतन में रखा जाना चाहिए। सभी की काउंसलिंग करवाई जाए, तभी सचाई सामने आएगी। उधर, दिल्ली महिला आयोग व पुलिस टीम के साथ आश्रम में मारपीट करने के मामले में विजय विहार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

 

कड़ाके की ठंड में अपने ऑफिस के अंदर बैठकर हाथ मल रहे Kanpur Police के अफसरों के माथे पर उस समय पसीना आ गया, जब उनको पता चला कि South City में लुटेरों ने बैंक को लूटने का असफल प्रयास किया। थोड़ी देर बाद खबर मिली कि लुटेरे पकड़े गए हैं तो अफसरों ने राहत भरी सांस ली। एक बात तय थी कि यदि बैंक लुट जाती तो पुलिस के लिए बड़ी सिरदर्दी हो सकती थी। पुलिस सूत्रों की मानें तो पकड़े गए लुटेरे पड़ोसी थाना एरिया के रहने वाले हैं। इनके गिरोह के बारे में पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं। 


[caption id="attachment_18693" align="aligncenter" width="640"]barra bank loot---, redeyestimes.com बर्रा के कर्रही में बैक लूटने पहुंचे नौबस्ता के लुटेरों विजय पांडेय और ज्ञानेंद्र दीक्षित को भीड़ ने दबोच लिया[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। Kanpur के South City स्थित बर्रा थाना एरिया में फ्राइ-डे की दोपहर को लुटेरों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देते हुए बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक को लूटने का असफल प्रयास किया। लुटेरों ने बैंक की असिस्टेंट मैनेजर को जब गन प्वाइंट पर लिया। बेहद सूजबूझ का परिचय देते हुए असिस्टेंट मैनेजर ने नीचे झुकते हुए बैंक में लगे सायरन को बजा दिया। इसके बाद बैंक के अंदर और बाहर मौजूद पब्लिक ने लुटेरों से मोर्चा ले लिया। खुद को बचाने के लिए बेखौफ लुटेरों ने फायरिंग की लेकिन वह खुद को बचा नहीं सके। भीड़ ने दोनों लुटेरों को दबोचने के बाद उनकी कुटाई कर दी। खबर मिलते ही पुलिस के तमाम बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए।


कर्रही रोड पर स्थित है बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक


उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखा बर्रा थाना एरिया के कर्रही रोड पर स्थित है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक फ्राइ-डे को बैंक के अंदर काफी भीड़ थी। इसी बीच बैंक में घुसे लुटेरे ने पिस्टल की नोक पर बैंक की असिस्टेंट मैनेजर रीना चौधरी को बंधक बना लिया। लुटेरे ने उनकी तरफ बैक फेंका और बैंक में रखी लाखों की नकदी भरने की धमकी दी।

[caption id="attachment_18694" align="aligncenter" width="640"] वारदात के बाद बड़ौदा उत्तर प्रदेश बैंक कर्रही के बाहर लगी लोगों की भीड़[/caption]

रीना चौधरी ने बजा दिया बैंक का सायरन


पुलिस के मुताबिक बंधक बनाने के बाद लुटेरे ने बैग में लाखों की नकदी भरने के लिए जब असिस्टेंट मैनेजर रीना चौधरी को धमकी दी। इस पर वह नीचे बैग में नकदी भरने के लिए झुकी लेकिन इसी बीच उन्होने सूझबूझ का परिचय देते हुए बैंक में लगे सायरन को बजा दिया। सायरन बजते ही लुटेरे ने पिस्टल से रीना चौधरी पर फायर झोंका। बताया जा रहा है कि गोली रीना की कनपटी के बगल से निकल गई।

बैंक में फायरिंग के बाद फैली सनसनी


प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक लुटेरे की तरफ से फायरिंग के बाद बैंक में सनसनी फैलगई। इस बीच लुटेरे ने दोबारा फायर किया लेकिन गोली मिस हो गई। इस बीच बैंक के मैनेजर जीतेंद्र श्रीवास्तव ने भी अपने केबिन में लगे सायरन को बजा दिया। लगातार बैंक में सायरन बजने की वजह से स्थानीय लोग अनहोनी की आशंका भांप पहुंच गए।

[caption id="attachment_18695" align="aligncenter" width="640"] लुटेरो के पास से बरामद ये पिस्टल अमेरिका निर्मित बताई जा रही है, फिलहाल पुलिस एक्सपर्ट से जांच करवा रही है।[/caption]

भीड़ से घिरने पर बदमाशों ने लहराई अमेरिकन पिस्टल


सायरन बजने के बाद बैंक के बाहर मौजूद भीड़ को देख लुटेरों ने अमेरिकन पिस्टल को पहले लहराया और जब लोग पास आने लगे तो सभी ने गोली मारने की धमकी दी। इस बीच लोगों ने साहस का परिचय देकर नौबस्ता के नारायणपुर निवासी विजय पांडेय नाम के शातिर बदमाश को दबोच लिया। उसके पास से अमेरिकन पिस्टल भी लोगों ने छीन ली। उसका दूसरा साथी ज्ञानेंद्र दीक्षित मौके से किसी तरह भागा तो सामने से पुलिस आ गई। सिपाहियों ने दौड़ाकर उसे भी दबोच लिया।

पुलिस के आला अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंचे


बर्रा थाना एरिया में बैंक को लूटने के प्रयास की खबर मिलते ही SSP कई थानों की फोर्स के साथ मौका-ए-वारदात पर पहुंचे। पुलिस ने भीड़ के चंगुल से लुटेरे को मुक्त करा थाने पहुंचाया। बर्रा पुलिस का कहना है कि जो पिस्टल लुटेरे के पास से मिली है वो अमेरिका की बताई जा रही है। लुटेरे से पुलिस की टीमें इंट्रोगेशन कर रही हैं। माना जा रहा है कि ये एक खतरनाक गिरोह है जो काफी समय बाद पुलिस की पकड़ में आया है। पुलिस टीम का कहना है कि इंट्रोगेशन में गिरोह के अन्य बदमाशों के नाम और पते जल्द ही पता चल जाएंगे।

 

Kanpur Dehat की सिंकदरा विधान सभा सीट पर हो रहे चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए ASP अरुण कुमार श्रीवास्तव लाव-लश्कर के साथ राउंड पर थे। मुंगीसापुर हाइवे पर स्थित मुक्ता मवई गांव के पास घने कोहरे की वजह से चालक को कुछ समझ दिखाई नहीं दिया और सरकारी गाड़ी डिवाइडर से जा भिड़ी। 


[caption id="attachment_18687" align="aligncenter" width="695"] Kanpur Dehat : Accident के बाद मुंगीसापुर हाइ-वे पर खड़ी ASP की सरकारी गाड़ी।[/caption]

YOGESH TRIPATHI

कानपुर। कानपुर देहात की सिंकदरा विधान सभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में ड्यूटी पर निकले अपर पुलिस अधीक्षक की सरकारी गाड़ी घने कोहरे के बीच एक डिवाइडर से जा टकराई। इस Accident में ASP बाल-बाल बच गए। उनको किसी भी तरह की चोट नहीं आई। साथ बैठे कुछ सिपाहियों को हल्की चोट आई, प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।

गुरुवार सुबह सिंकदरा विधान सभा सीट पर वोटिंग की प्रक्रिया शुरु हुई। मतदान केंद्रों की सुरक्षा व्यवस्था को परखने के लिए ड्यूटी पर अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार श्रीवास्तव अपनी सरकारी गाड़ी से रवाना हुए। कई बूथों की सुरक्षा व्यवस्था जांचने के बाद वह मुंगीसापुर हाइवे के पास जब मुक्ता मवई गांव के पास पहुंचे तो कोहरे की वजह से चालक को कुछ समझ में नहीं आया। ASP की कार हाइवे पर बने डिवाइडर से जा भिड़ी। गनीमत यह रही कि आगे या पीछे से कोई दूसरा वाहन नहीं आ रहा था।

हादसे के बाद ASP की सूचना पर स्थानीय पुलिस पहुंची। ASP अरुण कुमार श्रीवास्तव ने दूसरे वाहन को मंगवाने के बाद उससे ड्यूटी का निर्वाहन किया। बताया जा रहा है कि ASP के साथ मौजूद सिपाही कुछ जख्मी हो गए। जिनको प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से  छुट्टी दे दी गई।
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घने कोहरे के बीच गुरुवार को सिंकदरा में "सूरज दद्दा" छिपे रहे। हाड़ कपांऊ ठंड में मतदाता भी रजाई में ही सुबह 10 बजे तक दुबका रहा। हाल ये हो गया है कि 10 बजे तक सिर्फ 7 फीसदी ही वोटिंग हुई। लेकिन जब "सूरज दद्दा" कोहरे की चादर से बाहर निकले तो मतदाता भी घरों से बाहर निकल पड़ा "वोट की चोट" करने। 11 बजे के बाद बूथों पर जो लाइन लगी वह शाम पांच बजे तक लगी रही। कानपुर देहात की सिंकदरा विधान सीट पर हो रहे उपचुनाव में 51 फीसदी से अधिक वोटर ने वोट डाले।


YOGESH TRIPATHI


कानपुर देहात। Kanpur Dehat के सिंकदरा विधान सीट पर हो रहे उपचुनाव में 51 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह घने कोहरे के बीच मतदान की प्रक्रिया में मतदाताओं ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। किसी भी प्रकार की हिंसा से निपटने के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए थे।

कोहरे के बीच सुबह फीका रहा मतदान


सुबह घने कोहरे की चादर छाई थी। शायद यही वजह रही कि वोटिंग के लिए मतदाताओं की संख्या बूथों पर अधिक दिखाई नहीं दी। लेकिन जैसे-जैसे धूप खिली वोटर घरों से बाहर निकले। दोपहर 12 बजे तक करीब-करीब हर बूथ पर लंबी-लंबी लाइनें दिखीं।

10 बजे तक सिर्फ 7 फीसदी वोटिंग


कोहरे की वजह से आम मतदाता सुबह जल्दी बूथ पर नहीं पहुंचा। हाल ये रहा है कि 10 बजे तक सिंकदरा विधान सभा में सिर्फ 7 फीसदी की ही वोटिंग हुई। इससे प्रशासनिक अमले के साथ प्रत्याशियों के दिलों की धड़कन भी बढ़ने लगी। लेकिन जैसे ही धूप खिली वोटर घर से निकलने लगे। दोपहर एक बजे तक वोट डालने के लिए लंबी-लंबी लाइन हर बूथ पर लग गई।

मथुरा पाल के निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर हो रहा उपचुनाव


सिंकदरा विधान सभा सीट से विधायक रहे बीजेपी के मथुरा पाल का कुछ महीना पहले ही निधन हो गया था। उनके निधन के बाद से ही यह सीट खाली थी। बीजेपी ने यहां से मथुरा पाल के लड़के अजीत पाल को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने पिछली बार निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ चुके प्रभाकर पांडेय को प्रत्याशी घोषित किया। वहीं सपा ने पूर्व सांसद राकेश सचान की पत्नी सीमा सचान को ऐन वक्त पर प्रत्याशी बनाया।

कहीं सीधी टक्कर तो कहीं मामला रहा त्रिकोणीय 


कानपुर देहात की सिंकदरा विधान सभा सीट पर करीब 51 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। यहां बीजेपी प्रत्याशी अजीत पाल हर बूथ पर लड़ते देखे गए। पिता मथुरा पाल के निधन की उनको सहानुभूति भी कई जगहों पर मिलती दिखी। वहीं सपा प्रत्याशी सीमा सचान ही बीजेपी प्रत्याशी को सीधी टक्कर देती नजर आईं। कई एरिया ऐसी रहीं जहां कांग्रेस प्रत्याशी प्रभाकर पांडेय ने बीजेपी प्रत्याशी को सीधी टक्कर दी। कुछ जगहों पर त्रिकोणीय मुकाबला रहा प्रत्याशियों के बीच।

BJP की IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा था कि गुजरात भूल जाइए कांग्रेस हिमाचल भी हार गई और राहुल गांधी 'स्टार वॉर' देखने में बिजी थे। उल्लेखनीय है कि परिणाम के बाद राहुल गांधी कुछ करीबी लोगों के साथ हॉलीवुड की मूवी स्टार वॉर्स देखने गए थे लेकिन बाद में वह फिल्म को बीच में ही छोड़कर चले गए। 


[caption id="attachment_18678" align="aligncenter" width="717"] कांग्रेस के नेशनल प्रेसीडेंट राहुल गांधी के फिल्म देखने पर बीजेपी ने अपने हमले शुरु कर दिए हैं।[/caption]

नई दिल्ली। गुजरात और हिमांचल प्रदेश के चुनावी नतीजे आ चुके हैं लेकिन कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं में “शीतयुद्ध” लगातार जारी है। बीजेपी नेताओं ने राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि गुजरात और हिमांचल में हार के बाद राहुल गांधी फिल्म देखने में व्यस्थ थे।


विरोधी दल के नेता अब BJP पर साध रहे हैं निशाना


बीजेपी नेताओं की तरफ से कांग्रेस प्रेसीडेंट राहुल गांधी पर लगाए गए फिल्म देखने के आरोप पर विरोधी दलों के नेता लामबंद होकर भाजपा पर निशाना साधने लगे हैं। सपा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा, ''इतनी संकीर्ण सोच क्यों है ? यह किसी की पर्सनल लाइफ में दखल देने जैसा है। अगर अब कोई उस दिन अपनी सुहागरात मना लेता तो क्या उस पर भी सवाल किया जाता। वो पूछते कि ये सुहागरात क्यों मना रहा है?''

उमर अब्दुल्ला ने भी किया पलटवार


इस मामले पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी बीजेपी पर निशाना साधा। उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री मोदी के साल 2013 के ट्वीट के हवाले से लिखा, ''बहुत अच्छा। हर किसी को ऐसी चीजों के लिए टाइम निकालना चाहिए। कोई मूर्ख ही आपके कभी कभी फिल्म देखने का विरोध करेगा।'' साल 2013 के ट्वीट में प्रधानमंत्री में लिखा, ''गुजरात के सभी विधायकों और उनके परिवार के साथ आईमैक्स 3डी थिएटर में फिल्म देखने जा रहा हूं"

हॉलीवुड फिल्म 'स्टार वॉर्स' मूवी देखने गए थे राहुल गांधी


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात और हिमाचल के नतीजों के बाद कांग्रेस अधयक्ष राहुल गांधी अपने कुछ बेहद करीबियों के साथ हॉलीवुड फिल्म 'स्टार वॉर्स' देखने गए थे। लेकिन जब बाद में उन्हें लगा कि यह बड़ा मुद्दा बन सकता है तो वह फिल्म बीच में ही छोड़कर निकल गए।
उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा, ''अगर राहुल गांधी सिनेमा छोड़कर गुजरात और हिमाचल में पार्टी के प्रदर्शन का आकंलन करते तो उन्हें पता चलता कि सौराष्ट्र में जहां कांग्रेस ने ज्यादा सीटें जीतीं वहीं बीजेपी का वोट शेयर ज्यादा है''

 

11 जनवरी 2000 को सुहैब के घर पर अंजू की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। मर्डर करने के लिए कैंची का इस्तेमाल किया गया था। बाद में कत्ल का आरोप सुहैब इलियासी पर ही लगा और उसे 28 मार्च 2000 को गिरफ्तार कर लिया गया। करीब 17 बरस तक चले मुकदमें में तीन दिन पहले ही कोर्ट ने सुहैब इलियासी को दोषी करार दिया था।


[caption id="attachment_18672" align="aligncenter" width="759"] नब्बे दशक में दूरदर्शन पर आने वाले क्राइम शो के एंकर रहे पत्रकार सुहैब इलियासी को पत्नी के कत्ल के आरोप कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा मुकर्रर की[/caption]

नई दिल्ली। अपनी “बेगम” के कत्ल के आरोपी क्राइम टीवी रियलिटी शो India’s Most Wanted के “बादशाह” रहे एंकर सुहैब इलियासी को दिल्ली की कड़कड़डूमा कोर्ट आजीवन कारावास की सजा मुकर्र की। साथ ही कोर्ट ने दो लाख रुपए का जुर्माना ठोंकने के साथ 10 लाख रुपए की रकम पत्नी के परिजनों को देने का आदेश भी जारी किया है।

[caption id="attachment_18673" align="aligncenter" width="660"] पत्नी अंजू इलियासी के साथ सजायाफ्ता सुहैब इलियासी (यह फोटो करीब ढाई दशक पुरानी है)[/caption]

 

कोर्ट में सरकारी वकील ने की थी फांसी की मांग


बहस के दौरान सरकारी वकील ने दोषी करार दिए गए सुहैब के लिए फांसी की सजा मुकर्रर किए जाने की मांग अदालत से की थी लेकिन कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वकील ने कहा कि ये गुनाहों पर सीरियल बनाता था। देश के लोग इसको देखते थे, लेकिन इसने उसी से सीख लेकर इस घटना को अंजाम दिया। इतना ही नहीं इसने हत्या के मामले को आत्महत्या दिखाने की कोशिश की। ये जघन्य अपराध का मामला है। उससे पहले सुहैब ने कहा, 'मैं बेकसूर हूं। मैं ऊपरी अदालत में इस आदेश के खिलाफ अपील करुंगा। हाईकोर्ट में सारे सबूत ले कर जाऊंगा।'

उसने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि वहां मुझे न्याय मिलेगा। मेरे खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं है।' उसके वकील ने कहा कि ये पूरा मामला परिस्थितिजन्य साक्ष्यों पर आधारित है। इसका कोई चश्मदीद गवाह नहीं है। लिहाज़ा इस मामले को दुर्लभ की श्रेणी मे नहीं रखा जा सकता। इसके अलावा इस मामले में बर्बरता या सुनियोजित साजिश नहीं की गई है।

कड़कड़डूमा की सत्र अदालत ने कहा कि अभियोजन की तरफ से पेश साक्ष्यों से स्पष्ट है कि अंजू के शरीर पर चाकू से कई वार किए गए थे। इन गहरे जख्मों की वजह से ही उसकी उपचार के दौरान मौत हुई। अदालत ने यह भी माना कि अंजू पर किए गए धारदार हथियार के प्रहार सुहैब इलियासी ने ही किए थे। 



कुछ और ही कहानी बयां कर रहे थे अंजू के शरीर पर मिले 11 गहरे जख्म


11 जनवरी 2000 की लेट नाइट अंजू को जब अस्पताल में भर्ती कराया गया था तो उसके शरीर पर 11 गहरे घाव थे। प्रथम दृष्टया इसे खुदकुशी का मामला माना गया था। लेकिन इसके बाद अंजू की मां रुकमा और बहन के बयान ने मामले को नया मोड़ दे दिया। परिवार ने दहेज हत्या के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने सुहैब को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया।

 14 साल बाद मर्डर का मुकदमा चलाने की मिली मंजूरी


अंजू की मौत के बाद से ही उसकी मां और परिवार के सदस्य हत्या बता रहे थे। सभी का आरोप था कि दहेज के लिए सुहैब अक्सर अंजू को प्रताड़ित करता था। विदेश में रह रही अंजू की बहन ने भी पुलिस को यही बयान दर्ज कराए थे। अंजू की मां रुकमा सिंह लगातार दहेज हत्या के मामले को हत्या में तब्दील कराने के लिए अदालत में कानूनी लड़ाई लड़ती रहीं। अंततः अंजू की मौत के 14 साल बाद 31 अगस्त 2014 को दिल्ली हाईकोर्ट ने रुकमा सिंह के पक्ष में निर्णय सुनाते हुए सुहेब इलियासी के खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाने को मंजूरी दी थी। इसके बाद नए सिरे से हुई सुनवाई के तहत अदालत ने अब सुहेब को अंजू इलियासी की हत्या का दोषी ठहराया है।

सुहैब इलियासी ने अंजू से की थी लव मैरिज


सुहेब इलियासी और अंजू साल 89 में जामिया मिलिया इस्लामिया में एक साथ पढ़ रहे थे। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम संबध हो गए। तब IIT Kanpur में अधिकारी के पद पर कार्यरत रहे अंजू के बेटी के इस विवाह का विरोध किया था लेकिन अंजू ने पिता की बातों को अनसुना कर  सुहैब से 1993 में लंदन में विशेष विवाह अधिनियम के तहत प्रेम विवाह किया।

अंजू ने अपना नाम बदलकर अफसान रख लिया था। लेकिन 2000 आने तक दोनों के संबंधों में खटास बढ़ने लगी थी। अंजू सुहेब से तलाक लेना चाहती थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़े हो रहे थे। घटना के समय इनकी एक ढाई साल की बेटी भी थी।
नई दिल्ली। गुजरात और हिमांचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को पटकनी देते हुए दोनों ही राज्यों में बहुमत हासिल किया है। इस जीत के साथ भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना भी शुरु कर दिया है। इस जीत के माहौल में BJP की IT सेल प्रेसीडेंट अमित मालवीय ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो के जरिए उन्होंने कांग्रेस और पार्टी के प्रेसीडेंट राहुल गांधी की चुटकी ली है।

https://twitter.com/malviyamit/status/942672555617300480

World Cup जैसे किसी भी बड़े टूर्नामेंट में Pakistan क्रिकेट टीम का भारत से ना जीत पाने पर बने “मौका-मौका” विज्ञापन को एडिट कर अमित मालवीय ने ट्वीट किया है। इस ऐड में Pakistan समर्थक को कांग्रेस दिखाया और टूर्नामेंट को गुजरात चुनाव दिखा कर वीडियो एडिट किया गया है।



वीडियो में राहुल गांधी की तस्वीर भी जोड़ी गई है। इस वीडियो को ट्वीट करते हुए अमित मालवीय ने लिखा- “गुजरात का में कांग्रेस की जीत का कभी ना पूरा होने वाले सपने का इंतजार और लंबा हुआ”।

वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस जीत पर कांग्रेस के अध्यक्ष बने राहुल गांधी की चुटकी भी ले ली। राजनाथ सिंह ने कहा कि इसे कहते हैं सर मुंड़ाते ओले पड़ना।

करीब डेढ़ 14 महीना पहले Kanpur City के चकेरी एरिया में रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला के Murder केस की जांच करने को NIA टीम मौका-ए-वारदात पर पहुंची। टीम ने काफी वक्त मौके पर बिताया। साथ ही तमाम बिन्दुओं पर छानबीन के बाद स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की। Lucknow में ISIS के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को एनकाउंटर में मारने के बाद ATS ने Kanpur समेत कई जगहों से संदिग्धों को उठाया था। इट्रोगेशन में सभी ने स्वीकार किया था कि पिस्टल की टेस्टिंग के लिए की बेगुनाह प्रिसिंपल का संदिग्धों ने मर्डर किया था। सितंबर 2017 में मामले की जांच ATS को सौंप दी गई। नवंबर महीने में गृह मंत्रालय ने मामले की जांच NIA को सौंपीं थी। NIA के अफसर मंडे को ही कानपुर पहुंच गए थे।


[caption id="attachment_18659" align="aligncenter" width="913"] Kanpur के चकेरी थाना एरिया में वर्ष 2016 में हुए रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला मर्डर केस की जांच करने मौका-ए-वारदात पर पहुंची NIA टीम[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। शहर के चर्चित रमेश चंद्र शुक्ला (प्रिंसिपल) हत्याकांड की मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठाने के लिए NIA के अफसरों की टीम मंडे को कानपुर पहुंची। टीम मंगलवार की सुबह चकेरी एरिया में वहां पर पहुंची, जहां प्रिंसिपल की हत्या संदिग्ध आतंकियों ने की थी। NIA टीम ने काफी देर मौके पर बिताने के बाद तमाम बिन्दुओं की गहराई से छानबीन की। सूत्रों की मानें तो प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला की गोली मारकर हत्या करने के बाद संदिग्ध आतंकियों ने एक Video बनाकर उसे अपने आतंकी आकाओं को भेजा था। माना जा रहा है कि वह वीडियो NIA के हाथ लगा है। उसी वीडियो का मिलान भी काफी देर तक अफसरों ने किया। उल्लेखनीय है कि Kanpur Police के जांच में फ्लाप होने के बाद डीजीपी हेड क्वार्ट ने हत्याकांड की जांच ATS को सौंप दी थी लेकिन कुछ महीने बाद ही गृह मंत्रालय ने यह जांच ATS से लेकर देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी NIA को सौंप दी।


[caption id="attachment_18660" align="aligncenter" width="720"] NIA अफसरों ने मौका-ए-वारदात पर हर एंगल से जांच की, साथ लोकल पुलिस से भी पूछताछ कर जानकारी ली।[/caption]

लोकल पुलिस भी NIA के साथ 


प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला मर्डर केस की जांच करने के लिए कानपुर पहुंची NIA टीम के साथ लोकल पुलिस भी पूरे समय मौजूद रही। सूत्रों की मानें तो NIA टीम ने मर्डर केस की जांच कर चुके पुराने विवेचकों से भी बातचीत कर तमाम जानकारियां जुटाई हैं।

[caption id="attachment_18662" align="aligncenter" width="640"] लखनऊ के ठाकुरगंज एरिया में नौ महीना पहले ATS के हाथों एनकाउंटर में मारे गए ISIS के संदिग्ध आतंकी के पास से असलहों का जखीरा बरामद किया गया था।[/caption]

सैफुल्लाह के एनकाउंटर के बाद खुला था राज


करीब 10 महीना पहले यूपी की राजधानी लखनऊ में आतंकी सैफुल्लाह के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद ATS के हत्थे चढ़े संदिग्धों ने इंट्रोगेशन के दौरान बताया था कि कानपुर के चकेरी में रिटायर्ड प्रिंसिपल की हत्या उन लोगों ने की थी। छानबीन के दौरान ATS को यह पता चला था कि ISIS के आकाओं को विश्वास दिलाने के लिए संदिग्ध ISIS आतंकियों ने चकेरी एरिया में स्कूल से घर लौट रहे रिटायर्ड प्रिंसिपल को गोली मार दी थी। संदिग्ध आतंकियों ने जांच एजेंसी को बताया था कि पिस्टल की टेस्टिंग के लिए सभी ने प्रिंसिपल को गोली मारी थी। प्रिंसिपल की हत्या के बाद सभी ने इसकी खबर अपने आकाओं को भी दी थी।


24 अक्तूबर 2016 को Kanpur के चकेरी एरिया में हुआ था Murder


रिटायर्ड प्रिंसिपल रमेश चंद्र शुक्ला नवाबगंज थाना एरिया के विष्णुपुरी में रहते थे। वह चकेरी थाना एरिया के प्यौंदी गांव स्थित स्वामी आत्मप्रकाश ब्रह्मारी जूनियर हाईस्कूल में प्रिंसिपल थे। रिटायरमेंट के बाद वह अपने जरूरी कामकाज निपटाने के लिए स्कूल गए थे। 24 अक्तूबर को वापस लौटते समय उनकी पीछे से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस ब्लाइंड मर्डर केस में कानपुर पुलिस के हाथ लंबे समय तक खाली रहे। आठ महीना पहले ATS ने आतंकी सैफुल्लाह का एनकाउंटर करने के बाद जब उसके साथियों को Arrest किया तो हत्याकांड की “मिस्ट्री” से पर्दा उठ गया। इंट्रोगेशन में सैफुल्लाह के साथियों ने प्रिंसिपल के हत्या का जुर्म स्वीकार किया।

UAPA की धारा बढ़ाकर सौंपी गई थी ATS को जांच


इस मामले में अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेंशन एक्ट (UAPA) की धारा बढ़ाने के बाद जांच ATS को सौंपी गई थी। ATS कानपुर यूनिट मामले की जांच दो महीने भी नहीं कर पाई थी कि गृह मंत्रालय ने जांच देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी NIA को नवंबर महीने में जांच सौंप दी।

फॉरेंसिक जांच में हो चुकी है पुष्टि


Encounter में मारे जा चुके सैफुल्लाह के हाजी कॉलोनी स्थित ठिकाने से मिली पिस्टल और Kanpur के चकेरी में प्रिंसिपल को मारी गई गोलियों की फॉरेंसिक जांच कराई गई तो मिलान हो गया।

 

52 साल के Milind Soman एयर होस्टेस रह चुकीं 22 साल की अंकिता कोवर के साथ इन दिनों डेट कर रहे हैं। अंकिता के परिजनों ने भी शादी के लिए अपनी सहमति जता दी है। बताया जा रहा है कि नए साल में यह जोड़ा शादी के सात फेरे लेगा। Milind Soman की यह दूसरी शादी होगी। 


[caption id="attachment_18655" align="aligncenter" width="648"] सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) पर Milind Soman अपनी और अंकिता की फोटो कुछ इस तरह से शेयर करते हैं।[/caption]

मुंबई। बॉलीवुड एक्टर Milind Soman के बारे में चर्चा हो रही है कि वह जल्द ही ब्याह रचाएंगे। एक अंग्रेजी वेबसाइट में छपी खबर को यदि सच मानें तो वो साल 2018 में विवाह कर सकते हैं। लेकिन खास बात ये है कि 52 साल के Milind Soman करीब 30 साल छोटी यानि 22 साल की अंकिता कोवर के साथ शादी करेंगे। Milind Soman डेढ़ साल से अंकिता को डेट कर रहे हैं।


अंकिता कोवर के परिजनों ने भी हां की


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो Milind Soman अभी हाल में ही अंकिता कोवर के भतीजे के जन्मदिन पर गुवाहटी गए थे। यहां उन्होंने अंकिता के परिजनों से शादी को लेकर बातचीत भी की। मिलिंद की उम्र को लेकर अंकिता के परिजन तैयार नहीं थे। परिजनों का कहना था कि अंकिता काफी छोटी है, दोनों के बीच दोगुने का फर्क है। बताया जा रहा है कि थोड़ा समझाने के बाद अंकिता के परिजन शादी के लिए तैयार हो गए। सूत्रों की मानें तो अंकिता के परिवार ने मिलिंद को शादी के लिए हां कर दी है।

https://www.instagram.com/p/BTMV-ocgBa4/

नए साल में कर सकते हैं Milind Soman शादी


अंकिता कोवर के परिजनों की हां के बाद अब चर्चा ये है कि Milind Soman  2018 में जल्द शादी कर सकते हैं। गौरतलब है कि ये मिलिंद की दूसरी शादी होगी। इससे पहले वो 2006 में एक्ट्रेस मिलिन जैम्पेनोई से शादी कर चुके हैं। लेकिन दोनों तीन साल बाद अलग हो गए। दोनों के बीच तलाक हो गया।

मिलिंद सोमन ने 4 नवंबर को अपना 52वां जन्मदिन भी अंकिता के साथ ही मनाया था। अपने बर्थडे के मौके पर वो अपने दोस्तों और अंकिता के साथ ट्रेकिंग पर गए थे, जहां उन्होंने बर्थडे सेलिब्रेट किया। बर्थडे सेलिब्रेशन की कुछ फोटोज भी मिलिंद ने अपने इंस्टा अकाउंट पर भी शेयर की थीं।

https://www.instagram.com/p/BZ0mQi_glNe/

Milind Soman जीत चुके हैं आयरन मैन का खिताब


अपनी फिटनेस के लिए मशहूर Milind Soman 50 साल की उम्र में आयरन मैन का खि‍ताब जीत चुके हैं और आज भी लड़कियों की धड़कन बढ़ा देते हैं। अंकिता के साथ रिश्तों को लेकर Milind Soman सोशल मीडिया पर कई बार ट्रोल भी किए जा चुके हैं लेकिन लोगों की इन सब बातों से उनको कोई फर्क नहीं पड़ता। अंकिता के साथ मिलिंद अक्सर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हैं। वह कई बार सरेआम अंकिता के लिए अपने प्यार का इजहार कर चुके हैं। अंकिता असम की रहने वाली हैं। वह फिलहाल दिल्‍ली में रहती हैं।

Milind Soman की मां ने भी रिश्ते को मंजूरी


मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मिलिंद की मां ने भी दोनों के रिश्तों पर अपनी मुहर लगा दी है। गौरतलब है कि अंकिता एयर होस्‍टेस रही हैं। अब वे मेराथॉन में हिस्‍सा लेती हैं। ये दोनों साल 2016 अक्‍टूबर से एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक मिलिंद ने अंकिता को अपनी मां उषा सोमण (78) से भी मिलवाया है।

डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव को Kanpur ग्रेप्पलिंग संघ का प्रेसीडेंट और सुनील चतुर्वेदी को सेकेट्री बनाया गया है। यूपी के महासचिव रविकांत मिश्रा ने कहा कि बच्चों का बचपन टीवी और इंटरनेट की दुनिया में ही खोता जा रहा है कि जिसकी वजह से उनका शारीरिक और मानसिक विकास पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है। 


[caption id="attachment_18651" align="aligncenter" width="640"] ग्रेप्पलिंग संघ के यूपी महासचिव के साथ डाक्टर आलोक श्रीवास्तव और सुनील चतुर्वेदी।[/caption]

Sunil Chaturvedi


कानपुर। डिजिटल क्रांति के दौर में नौनिहालों का बचपन टेलीवीजन या मोबाइल पर व्यतीत हो रहा है। इससे न तो उनका सही ढंग से शारीरिक विकास हो पा रहा है और न ही मानसिक डेवलमेंट। इंटरनेट और टीवी की दुनिया से बच्चों का जुड़ाव उनके अंदर शारीरिक श्रम करने की क्षमता को भी नष्ट कर रहा है। यह बातें उत्तर प्रदेश ग्रेप्पलिंग संघ के महासचिव रविकांत मिश्रा ने कहीं।

डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं नौनिहाल

टीवी और नेट के क्रांति में बच्चों का बचपन अब खो सा गया है। शायद यही वजह है कि वह अब धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। उनकी मानसिक स्थित भी इस कदर नहीं रह पा रही है कि वह किसी तथ्य को याद कर सकें।

खेल से होता है बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास

खेल के साथ बच्चों का शारीरिक विकास तो होता ही है साथ ही उसका मानसिक विकास भी बेहतर रहता है। खेल की दुनिया ऐसी है कि बच्चे अपना विकास करने के साथ-साथ सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं और बाद में देश-प्रदेश के साथ परिवार और अपने माता-पिता का नाम भी रोशन करते हैं। खेल में पाए पुरस्कार और शील्ड से उनके आत्मविश्वास में निखार आता है।

Kanpur  में ग्रेप्पिलंग संघ की नींव पड़ी

बच्चों के खोते बचपन को ध्यान में रखते हुए कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ की नींव उत्तर प्रदेश ग्रेप्पलिंग संघ के महासचिव रविकांत मिश्रा ने रखी। रविकांत मिश्रा ने कहा कि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को ध्यान में रखते हुए कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ की नींव रखी गई है। डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव को कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ का प्रेसीडेंट, सुनील चतुर्वेदी को सेकेट्री, दुर्गेश श्रीवास्तव को कोषाध्यक्ष, विनीत सिन्हा को संयुक्त सचिव बनाया गया है।

 

40 घंटे से भी अधिक का समय बीत चुका है लेकिन राजधानी लखनऊ की पुलिस अभी तक पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी के हत्यारोपितों हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। पुलिस ने दोनों के करीबी लोगों को हिरासत में ले रखा है। SSP ने दो आरोपितों पर 20-20 हजार का इनाम घोषित किया है।


[caption id="attachment_18647" align="aligncenter" width="710"] हत्यारोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला[/caption]

लखनऊ। यूपी की राजधानी Lucknow के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन वाले एरिया हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस में शनिवार देर रात BJP के पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी की हत्या में आरोपित हिस्ट्रीशीटर और उसके साथी को 40 घंटे बाद भी पुलिस Arrest नहीं कर सकी है। SSP लखनऊ ने हत्यारोपित विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला पर 20-20 हजार का इनाम घोषित किया है।


सूरज शुक्ला के घर से मिली 30 लाख की नकदी


पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की हत्या में आरोपित सूरज शुक्ला के घर पर जब पुलिस ने दबिश दी तो उसके यहां से लाखों की करेंसी पुलिस के हाथ लगी है। सूत्रों की मानें तो करीब 30 लाख रुपए बरामद हुए हैं। वहीं पुलिस ने सूरज के कुछ करीबी लोगों को हिरासत में अभी भी ले रखा है।

रायबरेली समेत कई जनपदों में जारी है दबिश


वैभव के मर्डर में आरोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला की गिरफ्तारी के लिए बनाई गई पुलिस की आधी दर्जन टीमों ने रायबरेली समेत कई जनपदों में ताबड़तोड़ दबिश दी लेकिन दोनों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

हाई सिक्योरिटी जोन में मर्डर से खुली पुलिस की पोल


पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे की हत्या हजरतगंज के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन वाले कुष्मांडा हाउस में की गई। यहां से विधान भवन महज कुछ सौ मीटर की दूरी पर है। तमाम सरकारी दफ्तर के साथ अफसरों, मंत्रियों और विधायकों के साथ कई अखबार के दफ्तर भी इसी एरिया में आते हैं। राजधानी का सबसे महफूज एरिया में मर्डर होने से लखनऊ पुलिस के शिथिलता और कार्यप्रणाली की पोल भी खुल गई है।

 

UP Police और अपराधियों के साठगांठ की सबसे बड़ी तस्वीर Gorakhpur जनपद में देखने को मिली। यहां बिहार से अपह्त कर लाए गए छात्र के परिजनों से जनपद के एक थाने के दो दरोगाओं ने फिरौती मांगी। लोकेशन ट्रेस होने पर जब SSP ने छानबीन कराई तो मामला सही मिला। दोनों दरोगा Arrest कर लिए गए हैं। थानेदार ने Arresting की बात स्वीकार की है लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब UP Police के दरोगा और सिपाही ही अपराधियों के साथ मिलकर अपराध करेंगे तो जनता की रक्षा और सुरक्षा कौन करेगा ? क्या ऐसे क्रिमिनल माइंड वाले पुलिस वालों की नौकरी खत्म नहीं की जानी चाहिए ?



YOGESH TRIPATHI


कानपुर। यूपी में खाकी का खादी और अपराधी से किस तरह का “गठजोड़” है यह बात किसी से छिपी नहीं है। अपराधियों को संरक्षण देने के लिए मशहूर हो चुकी सूबे की पुलिस अब अपहरणकर्ताओं के साथ मिलकर फिरौती भी मांगने लगी है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र वाले जनपद Gorakhpur से खबर आ रही है कि दो अंडर ट्रेनी दरोगाओं ने बिहार से किडनैप किए गए छात्र के परिजनों से छात्र की रिहाई के लिए लाखों की फिरौती मांगी। बिहार पुलिस ने सर्विलांस के जरिए जब पूरे मामले को ट्रेस किया तो यह सनसनीखेज खुलासा हो गया। SSP गोरखपुर के निर्देश पर दोनों दरोगाओं को Arrest कर लिया गया है। ये दोनों दरोगाओ उरुवा थाने में तैनात बताए जा रहे हैं।



क्या है पूरा मामला


बिहार के गोपालगंज जनपद के एक कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र को उसका मुस्लिम दोस्त बहाने से Gorakhpur ले आया। पुलिस सूत्रों की मानें तो छात्र को लाने के बाद उसने Gorakhpur के उरुवा थाने में तैनात दो दरोगाओं से संपर्क कर छात्र को अगवा करने की बात बताते हुए साजिश में शामिल कर लिया। अपहरण जैसे संगीन अपराध में शामिल होने के बाद ये दरोगा भी छात्र के परिजनों से लाखों रुपए की फिरौती मांगी।

[caption id="attachment_18642" align="aligncenter" width="695"] गोरखपुर के उरुवा थाने के दो दरोगाओं की गिरफ्तारी के बाद मुक्त कराया गया बिहार के गोपालगंज का छात्र।[/caption]

बिहार पुलिस ने किया Gorakhpur के SSP से संपर्क


पीड़ित छात्र के परिजनों ने घटनाक्रम की जानकारी गोपालगंज के थाना पुलिस को दी। गोपालगंज पुलिस ने जब मोबाइल काल को सर्विलांस के जरिए ट्रेस किया तो वह गोरखपुर की निकली। इस पर गोपालगंज पुलिस ने Gorakhpur के SSP से संपर्क किया। गोपालगंज पुलिस के अफसर जब गोरखपुर के SSP से मिले तो उन्होने सबूत मांगे। बताया जा रहा है कि गोपालगंज पुलिस ने मोबाइल को हैंड फ्री कर फोन लगाया तो दोनों ही दरोगा धमकी भरे अंदाज में फिरौती की रकम न देने पर केस लगाने की धमकी देने लगे। इस पर SSP ने कैंट थाने की फोर्स गोपालगंज पुलिस के साथ उरुवा थाने भेजी। यहां से दोनों दरोगाओं को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के खिलाफ कैंट थाने में FIR भी दर्ज की गई है।


उरुवा थानेदार ने पोर्टल से की Arresting की पुष्टि


बेहद संगीन मामले पर www.redeyestimes.com ने उरुवा थानेदार से उनके सीयूजी नंबर पर जब संपर्क किया। बातचीत के दौरान थानेदार ने पूरे मामले की पुष्टि करते हुए दरोगाओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने गिरफ्तार दरोगा अभिजीत कुमार और रघुनंदन त्रिपाठी हैं। दोनों की तैनाती थाने पर ही थी। वहीं, इस मामले पर कैंट इंस्पेक्टर ने www.redeyestimes.com से बात करते हुए कहा कि दोनों दरोगाओं के खिलाफ IPC की धारा 364 (A) के तहत मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा गया है।

 

शनि की साढ़े साती के बीच कांग्रेस के प्रेसीडेंट का पदभार संभालने वाले राहुल गांधी ने नई दिल्ली के सेवन स्टार होटल अशोका में पार्टी के कद्दावर नेताओं को डिनर दिया है। इस डिनर के दौरान सभी सांसदों को भी बुलाया गया है। माना जा रहा है कि राहुल यहां तमाम मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे। राहुल को Twitter पर सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और खेल व फिल्म जगत की हस्तियों ने भी शुभकामनाएं दीं।


[caption id="attachment_18629" align="aligncenter" width="640"] डिनर के दौरान होटल अशोका में पूर्व प्रेसीडेंट सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कांग्रेस के प्रेसीडेंट राहुल गांधी[/caption]

नई दिल्ली। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का प्रेसीडेंट बनने के बाद राहुल गांधी ने पार्टी के सांसदों और दिग्गजों नेताओं को डिनर की पहली दावत दी है। यह दावत नई दिल्ली के सेवन स्टार होटल अशोका में दी जा रही है। डिनर में शामिल 100 से अधिक राज्यसभा और लोकसभा सांसदों से राहुल गांधी तमाम मुद्दों पर चर्चा भी करेंगे।


BJP लीडर विजय गोयल ने दी ट्वीटर पर बधाई


https://twitter.com/VijayGoelBJP/status/941950565692481536

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के प्रेसीडेंट की ताजपोशी के बाद अब राहुल के सामने पार्टी का खोया जनाधार वापस लाने की भी एक बड़ी चुनौती है। साथ ही कुछ और अहम मुद्दे हैं जिन पर वह अपने करीबी नेताओं के साथ चर्चा करेंगे।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दी राहुल गांधी को बधाई


https://twitter.com/ArvindKejriwal/status/941917860548395008

सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह भी हुए डिनर में शामिल


राहुल गांधी के पहले डिनर में उनकी मां और निवर्तमान कांग्रेस प्रेसीडेंट सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी शामिल हुए। साथ ही कुछ दिग्गज नेता भी इस डिनर में शामिल होने के लिए पहुंचे। गौरतलब है कि राहुल गांधी के औपचारिक अध्यक्ष पद संभालने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि उनकी भूमिका अब रिटायर होने की है। लेकिन, शनिवार को प्रियंका गांधी ने कहा कि सोनिया गांधी रायबरेली से ही चुनाव लड़ेंगी। रायबरेली से ही सोनिया गांधी इस वक्त सांसद हैं और वे नेहरु-गांधी खानदार की पारंपरिक सीट है।

स्मृति ईरानी ने कुछ इस तरह से उड़ाया राहुल गांधी का मजाक


https://twitter.com/smriti_iiraniii/status/942285199114514432

 

https://twitter.com/smriti_iiraniii/status/942285249261682688

Lucknow की मीडिया पर दोपहर के बाद से ही पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की हत्या में आरोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और उसके साथी सूरज शुक्ला को रायबरेली से उठाए जाने की चर्चा हो रही है। हालांकि पुलिस के किसी भी अफसर ने दोनों की गिरफ्तारी या फिर हिरासत की पुष्टि नहीं की है। दोनों के करीबी लोगों को हिरासत में लिए जाने की पुष्टि अफसरों ने की है। हत्या के पीछे अभी तक की जांच में त्रिकोणीय प्रेम कहानी की बात सामने आ रही है।


[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]

लखनऊ। सूबे की राजधानी Lucknow में डुमरियागंज के पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी मर्डर केस की “मिस्ट्री” सुलझाने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। पुलिस के शक की पहली सूई प्रापर्टी कारोबार से जुड़ी थी लेकिन जब पुलिस ने आरोपी हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के करीबी लोगों को उठाया तो जांच त्रिकोणीय प्रेम कहानी पर जाकर अटक गई। पुलिस का कहना है कि कई बिन्दु पर छानबीन की जा रही है लेकिन अभी तक की पड़ताल में त्रिकोणीय प्रेम कहानी की बात भी एक बिन्दु के रूप में उभरकर सामने आया है। हत्यारोपितों की गिरफ्तारी के बाद ही तस्वीर साफ हो सकेगी कि वैभव का मर्डर किस वजह से किया गया ?


[caption id="attachment_18624" align="alignleft" width="420"] त्यारोपित हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह की फोटो[/caption]

रायबरेली से विक्रम और सूरज के पकड़े जाने की चर्चा


वहीं, देर शाम हत्यारोपितों विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के रायबरेली जनपद से दोपहर के वक्त उठाए जाने की चर्चा होती रही। सूत्रों का कहना है कि लखनऊ पुलिस देर शाम तक दोनों को लेकर राजधानी पहुंच भी गई है लेकिन किसी भी पुलिस अफसर ने गिरफ्तारी की पुष्टि फिलहाल अभी तक नहीं की है।



[caption id="attachment_18625" align="alignleft" width="286"] हत्यारोपित सूरज शुक्ला[/caption]

दबाव बनाने को पुलिस ने करीबियों को सुबह ही टांगा


हत्यारोपितों की गिरफ्तारी और उन पर दबाव बनाने के लिए लखनऊ पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह और सूरज शुक्ला के बेहद अति करीबी छह लोगों को अलसुबह ही सभी के घरों से टांग लिया। सभी से बेहद गुप्त स्थान पर पूछताछ की गई। बताया जा रहा है कि इन सभी से कई ठिकानों के बारे में जानकारी मिली। जिसके आधार पर पुलिस की एक टीम रायबरेली के लिए रवाना कर दी गई।

चश्मदीद आदित्य के बयान भी शक के घेरे में


पुलिस सूत्रों की मानें तो चश्मदीद आदित्य के बयान भी शक के घेरे में हैं। पुलिस को जानकारी मिली है कि हत्या कार के अंदर की गई। कातिलों ने कार के अंदर ही वैभव को गोली मारी। लेकिन पुलिस को उलझाने के लिए आदित्य ने कहानी उलट दी। उसने ऐसा क्यों किया ? यह जांच का विषय है ?

शनिवार देर रात हुई थी वैभव की हत्या


डुमरियागंज से पूर्व विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव की हत्या शनिवार देर रात हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस परिसर में हुई। वैभव सिद्धार्थ नगर स्थित अपने पैतृक गांव से ग्राम प्रधान थे। उनकी मां संध्या तिवारी बीडीसी सदस्य हैं। पूरा परिवार कुष्मांडा हाउस के अपार्टमेंट नंबर 322 में रह रहा था।

शनिवार की रात Lucknow के कुष्मांडा हाउस में मारे गए BJPके  Ex.MLA जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी सिद्धार्थ नगर के पैतृक गांव से ग्राम प्रधान थे। चार साल पहले वैभव की शादी शिवांशु कुमारी के साथ हुई थी। वैभव के एक तीन साल की बेटी है वैष्णवी। इकलौते चिराग की मौत के बाद से परिवार में कोहराम का माहौल है। वही सूत्रों की मानें तो पोस्टमार्टम के बाद परिवार के सदस्य वैभव के शव को लेकर गृह जनपद के लिए रवाना हो गए हैं।


[caption id="attachment_18616" align="aligncenter" width="710"] वैभव तिवारी अपनी पत्नी शिवाशुं तिवारी के साथ (फाइल फोटो)[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। यूपी की राजधानी Lucknow के बेहद हाईसिक्योरिटी जोन कहे जाने वाले हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस में शनिवार देर रात बीजेपी के पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी की हत्या में रिटायर्ड महिला दरोगा के हिस्ट्रीशीटर बेटे विक्रम सिंह का भी नाम आ रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो विक्रम पर हजरतगंज कोतवाली समेत लखनऊ के कई थानों में 28 मुकदमें पंजीकृत हैं। पुलिस अफसरों की मानें तो ये पूरी दुस्साहसिक वारदात CCTV कैमरे में कैद हो चुकी है।


[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]

5 साल पहले अलीगंज में विक्रम सिंह ने डाला था डाका


पुलिस अफसरों की मानें तो वैभव तिवारी की हत्या में नामजद विक्रम सिंह का अपराधिक सफर पांच साल पहले तब शुरु हुआ था जब उसने अलीगंज की एक बैंक में डकैती डाली थी। हजरतगंज कोतवाली में उसकी हिस्ट्रीशीट संख्या 82-A है। इस कुख्यात अपराधी बेटे के लिए हर समय खड़ी रहने वाली उसकी महिला दरोगा मां अभी हाल में ही CBCID से सेवानिवृत हुई है। विक्रम सिंह के बारे में जानकारी रखने वाले पुलिस सूत्रों की मानें तो वह बेहद क्रूर किस्म का अपराधी है। अभी हाल में ही उसने लखनऊ SSP आफिस के पास एक विक्रेता से असलहों के बल पर रंगदारी मांगी थी। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था लेकिन जेल से छूटने के बाद से वह फिर गुंडागर्दी कर रहा था।

पिकेट से 10 मीटर की दूरी पर हुई सनसनीखेज वारदात


हजरतगंज के कुष्माडा हाउस में शनिवार देर रात हुई सनसनीखेज वारदात ने राजधानी पुलिस के तमाम दावों की पोल खोल कर दी है। यह बेहद हाई सिक्योरिटी जोन है। यहां से महज  चंद कदम की दूरी पर तमाम अखबारों के दफ्तर, विधायकों और मंत्रियों के आवास होने के साथ तोड़ी ही दूरी पर अफसरों के दफ्तर भी हैं। जिस जगह पर हत्या की गई है वहां से थोड़ी ही दूरी पर पुलिस की पिकेट ड्यूटी भी रहती है। यूपी पुलिस की डॉयल 100 सेवा भी यहां पर मौजूद रहती। इतने के बाद भी हत्यारे सनसनीखेज वारदात को अंजाम देकर भाग निकले, यह पुलिस के चौकसी की पोल खोलता है।

सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद पहुंची पुलिस


राजधानी के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन में बीजेपी के पूर्व विधायक की हत्या हो गई और पुलिस सोती रही। पुलिस पिकेट से लेकर 100 नंबर और थाना पुलिस को हत्या की खबर तक नहीं मिली। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल होने के बाद थाना पुलिस नींद से जागी और मौका-ए-वारदात के लिए रवाना हुई। थोड़ी ही देर में पुलिस के तमाम बड़े अफसर पहुंच गए।

CCTV फुटेज को पुलिस ने कब्जे में लिया


मौके पर पहुंचे पुलिस के अफसरों ने कुष्मांडा हाउस में लगे CCTV में जब वारदात कैद देखी तो उन्होंने फुटेज को कब्जे में ले लिया। इंस्पेक्टर आनंद शाही के मुताबिक फुटेज देखी जा रही है। पुलिस की चार टीमें सूरज और हिस्ट्रीशीटर विक्रम की तलाश में लगी हैं। जल्द ही सभी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी।

 

 

 

 

UP में "रामराज्य" की बात कहने वाले UPCM योगी आदित्यनाथ के अब "दावे थोथा चना, बाजे घना" वाले मुहावरे को चरित्रार्थ कर रहे हैं। खुद के हाईटेक होने का दावा करने वाली सूबे की UP Police अपराधियों के आगे पस्त हो चुकी है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राजधानी Lucknow में शनिवार की देर रात देखने को मिला। बेखौफ अपराधियों ने लखनऊ के सबसे हाई सिक्योरिटी जोन एरिया हजरतगंज चौराहे के कुष्मांडा हाउस में BJP के Ex.MLA जिप्पी तिवारी के इकलौते बेटे वैभव तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी।


[caption id="attachment_18615" align="aligncenter" width="695"] वैभव तिवारी (फाइल फोटो)[/caption]

YOGESH TRIPATHI


लखनऊ। नौ महीना पहले विधान सभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद सूबे में “रामराज्य” लाने की बात कहने वाली BJP की सरकार में अब “गुंडाराज” स्थापित हो चुका है। खाकी और खादी की छतरी के नीचे अपराध का “ककहरा” सीखने वाले बेलगाम अपराधी और पुलिस और नेताओं पर कहर बनकर टूट रहे हैं। इन बेलगाम अपराधियों ने UP Police को बैकफुट कर रखा है। राजधानी Lucknow के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन वाले हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के डुमरियागंज से Ex.MLA रहे प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी (28) की शनिवार देर रात लग्जरी गाड़ी से आए बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।


सिद्धार्थ नगर जनपद के रहने वाले हैं जिप्पी तिवारी


डुमरियागंज विधान सभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी अपनी फैमिली के साथ Lucknow के हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस के फ्लैट नंबर 322 में परिवार के साथ रहते हैं।

 

[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]

गांव का प्रधान था इकलौता बेटा वैभव


शनिवार देर रात बदमाशों के हाथों मारे गए वैभव तिवारी पूर्व विधायक के इकलौते बेटे थे। वैभव अपने पैतृक गांव से ग्राम प्रधान भी थे, साथ ही वह अपनी जीविका के लिए प्रापर्टी डीलिंग का कारोबार भी कर रहे थे। साथ ही वह बीजेपी की सक्रिय राजनीति में भी थे।

पिता और ममेरे भाई के साथ बैठे थे वैभव तिवारी


पुलिस के मुताबिक शनिवार देर रात वैभव अपने पिता और ममेरे भाई आदित्य के साथ अपार्टमेंट के नीचे बैठे थे। उसी समय वैभव के मोबाइल पर अर्जुनगंज के खुर्दही बाजार में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सूरज शुक्ला का मोबाइल आया। जिप्पी तिवारी और वैभव का ममेरा भाई अंदर चले गए लेकिन वैभव नीचे ही रुका रहा। इसी बीच SUV गाड़ी से पहुंचे सूरज और उसके साथी वैभव के साथ बातचीत करने लगे।

बातचीत के दौरान ही सूरज की वैभव से गाली-गलौच हुई। इसके बाद सूरज ने पिस्टल निकाल वैभव तिवारी के सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही वैभव जान बचाने के लिए भागा। पार्किंग में गिरने के बाद वैभव काफी देर तक तड़पता रहा लेकिन उसकी मदद को कोई आगे नहीं बढ़ा। इस बीच उसके ममेरे भाई आदित्य ने मोबाइल कर सूचना पिता जिप्पी तिवारी को दी। परिवार के लोग वैभव को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

 

पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे


वारदात की खबर मिलते ही लखनऊ पुलिस के सभी बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। कातिलों की धरपकड़ के लिए अफसरों ने पुलिस की चार टीमें बनाई हैं। बताया जा रहा है कि सूरज शुक्ला हिस्ट्रीशीटर है। उस पर कई मुकदमें पंजीकृत हैं।

अक्तूबर महीने में ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को आरुषि और हेमराज मर्डर केस में संदेह का लाभ देते हुए बरी किया था। तलवार दंपति ने CBI की विशेष अदालत की तरफ से साल 2013 मे दी गई सजा के खिलाफ अपील की थी। अब इस मामले में हेमराज की विधवा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए यह बात कही है कि कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए तलवार दंपति को बरी किया है लेकिन जांच एजेंसी कातिल को खोजकर लाए। इतना ही नहीं हेमराज की विधवा ने जांच एजेंसी के खिलाफ तमाम आरोप भी लगाए हैं। 


[caption id="attachment_18610" align="aligncenter" width="850"] आरुषि और हेमराज की फाइल (फोटो)[/caption]

नई दिल्ली। करीब नौ साल पहले यूपी के नोएडा में हुए बहुचर्चित आरुषि-हेमराज मर्डर केस में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है। मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। हेमराज की विधवा ने तलवार दंपति को बरी किए जाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (SC) का दरवाजा खटखटाया है। हेमराज की पत्नी खुमकला बंजाडे ने अपनी याचिका में कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला गलत है। हाईकोर्ट ने इसे हत्या तो माना है लेकिन किसी को दोषी नहीं ठहराया। ऐसे में जांच एजेंसी की यह ड्यूटी है कि वह हत्यारों का पता लगाए।


CBI Court ने वर्ष 2013 में सुनाई थी सजा 


CBI की विशेष कोर्ट ने आरुषि-हेमराज मर्डर केस तलवार दंपति को 26 नवंबर, 2013 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जबकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को संदेह का लाभ देते हुए अक्तूबर 2017 में बरी कर दिया था। गौरतलब है कि डॉ. राजेश तलवार और नुपुर तलवार ने CBI Court  की ओर से सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी।

[caption id="attachment_18611" align="aligncenter" width="700"] डॉक्टर राजेश तलवार और उनकी नूपुर तलवार[/caption]

राजेश तलवार ने डासना जेल में 3 साल 10 माह और 21 दिन बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे। वहीं विचाराधीन के तौर पर 1 माह 20 दिन जेल में काटे। जबकि नुपुर तलवार ने डासना जेल में 3 साल 6 माह और 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे।  वहीं विचाराधीन के तौर पर 4 माह 26 दिन जेल में काटे।

साल 2008 में हुई थी आरुषि और हेमराज की हत्या 


गौरतलब है कि तलवार दंपति की बेटी आरुषि की हत्या 15 एवं 16 मई 2008 की दरम्यानी रात नोएडा के सेक्टर 25 स्थित घर में ही कर दी गई थी। घर की छत पर उनके घरेलू नौकर हेमराज का शव भी पाया गया था। इस हत्याकांड में नोएडा पुलिस ने 23 मई को डॉ़ राजेश तलवार को बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच एक जून को सीबीआई को सौंप दी गई थी।

गौरतलब है कि हेमराज की पत्नी अपने गांव धारापानी में रहती हैं जो काठमांडु से 118 किमी दूर है। हेमराज की विधवा खुमकला बन्जादे ने “टाइम्स ऑफ इंडिया” से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बात की।

 

Mister India का खिताब जीतने वाले जितेश सिंह देव Mister World प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। मीडिया से बातचीत में जितेश ने कहा कि अब उनकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि यकीन नहीं हो रहा है कि मैं जीत गया हूं। पत्रकारों के सवाल पर जीतेश ने कहा कि वह Miss World मानुषी छिल्लर के साथ डेटिंग की इच्छा रखते हैं। 


[caption id="attachment_18606" align="aligncenter" width="850"] Mister India का खिताब जीतने के बाद फिल्म अभिनेत्री कंगना रनाउत के साथ जितेश सिंह देव[/caption]

मुंबई। नवाबों के शहर Lucknow के निवासी जितेश देव सिंह ने पीटर इंग्लैंड मिस्टर इंडिया 2017 का खिताब अपने नाम कर लिया है। उन्होंने 15 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ने के बाद वे मिस्टर इंडिया बने। प्रतियोगिता में फ‌र्स्ट रनर अप चंडीगढ़ के अभि खजूरिया और सेकेंड रनर अप मुंबई के पवन राव रहे। मिस्टर इंडिया का क्राउन जितेश को बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनाउत ने पहनाया। जितेश अब Mister world प्रतियोगिता में India का प्रतिनिधित्व करेंगे।


मुंबई के बांद्रा फोर्ट में आयोजित इस Final प्रतियोगिता में ख़िताब जीतने के बाद जितेश सिंह ने कहा कि “जब मैं विनर घोषित किया गया तो मैं अवाक रह गया। उन्होंने कहा कि मैंने खिताब जीतने के बारे में तो नहीं सोचा था, लेकिन मुझे खुद पर विश्वास था। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास की ताकत आपको हमेशा प्रेरित करती है।”

जितेश ने भविष्य के प्रोग्राम के बारे में उन्होंने कहा कि अब आगे Mister World प्रतियोगिता होनी है, इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा कि इस खिताब को जीतने के साथ ही उनकी जिम्मेदारी और भी बढ़ गई है। मिस्टर व‌र्ल्ड प्रतियोगिता और अधिक कठिन होगी, इसमें कोई दो राय नहीं।

सिटी मोंटेसरी स्कूल में की है जितेश ने पढ़ाई


जितेश सिंह देव ने अपनी स्कूली शिक्षा यूपी की राजधानी Lucknow के सिटी मोंटेसरी स्कूल से की है। उन्होंने इंजीनियरिंग की शिक्षा इंद्रप्रस्थ इंजीनियरिंग कॉलेज से की। पेशे से एक्टर और मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर के फैन जितेश की हॉबी ट्रेवलिंग, स्विमिंग और एक्टिंग हैं।

मानुषी छिल्लर को डेट पर ले जाना चाहते हैं जितेश


Mister India जितेश सिंह देव विश्वसुंदरी मानुषी छिल्लर से काफी प्रभावित हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में जितेश ने कहा कि वो मानुषी छिल्लर को डेट पर ले जाना चाहते हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों हरियाणा की रहने वाली मानुषी छिल्लर ने Miss World का खिताब जीता है।

11 दिसंबर को इस जोड़े ने एक-दूजे का हाथ थामते हुए सात फेरे लिए। अनुष्का और विराट के परिवार वापस इंडिया आ गए। वहीं ये विराट और अनुष्का अपने हनीमून के लिए निकल पड़े। अनुष्का ने इंस्टाग्राम पर अपनी फोटो शेयर की। इस बीच खबर आ रही है कि भारत लौटते ही विराट और अनुष्का पहले मुंबई और बाद में दिल्ली में बड़ा रिसेप्शन देंगे। इसके बाद ये जोड़ी South Africa के लिए रवाना हो जाएगी। यहां विराट को सीरीज खेलनी है। 


[caption id="attachment_18602" align="aligncenter" width="720"] टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और उनकी धर्मपत्नी अनुष्का शर्मा ने सोशल मीडिया में शादी के बाद अपनी फोटो वायरल की। दोनों इस समय हनीमून मनाने के लिए निकले हैं। (फोटो साभार : अनुष्का शर्मा के इंस्टाग्राम वाल से)[/caption]

नई दिल्लीइटली में ब्याह रचाने के बाद बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा अपने हसबैंड टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली के साथ हनीमून के लिए रोम पहुंची हैं। वहां से इन दोनों सितारों ने अपने फैंस के लिए हनीमून की पहली तस्वीर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। ये तस्वीर अनुष्का शर्मा ने अपने सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर की है, जिसमे वो अपने पति विराट कोहली की बाहों में बर्फीली वादियों में नज़र आ रही हैं। इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए अनुष्का शर्मा ने लिखा है- In heaven , literally..


https://www.instagram.com/p/Bct1ME7ggio/

हालांकि अनुष्का ने इस तस्वीर में ये नहीं बताया है कि ये Photo कहां की है ? रिपोर्ट्स के मुताबिक ये जोड़ी रोम में एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम बिता रही है खबरों की मानें तो मंगलवार को तीन बजे के करीब ये दोनों इटली से रोम के लिए रवाना हुए

गौरतलब है कि 11 दिसबंर को अनुष्का शर्मा और विराट कोहली ने एक दूजे का हाथ थामकर ब्याह रचाया। वैवाहिक कार्यक्रम में कुछ चंद लोग ही शामिल हुए। ये शादी इटली के सियेना के वेडिंग डेस्टिनेशन बोर्गो फिनोकियोतो में आयोजित हुई।

सूत्रों की मानें तो हनीमून के बाद ये जोड़ी भारत अपने रिसेप्शन के लिए वापस आएगी। इस ग्रैंड रिसेप्शन में क्रिकेट से लेकर बॉलीवुड तक के सभी दिग्गज हस्तियां शामिल होंगी। रिसेप्शन 21 दिसंबर को दिल्ली और 26 दिसंबर को मुंबई में होगा। 

रिसेप्शन के बाद विराट-अनुष्का दक्षिण अफ्रीका चले जाएंगे। जहां विराट दक्षिण अफ्रीका के साथ होने वाली अगली सीरीज के लिए तैयारी करेंगे। उनकी धर्मपत्नी अनुष्का नया साल विराट के साथ ही मनाएंगी। इसके बाद अनुष्का जनवरी के पहले हफ्ते में भारत लौट आएंगी। इसके बाद वह आनंद एल. राय की फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हो जाएंगी।

करीब दो सप्ताह पहले Kanpur के बिल्हौर में "हिन्दुस्तान" अखबार के जर्नलिस्ट नवीन गुप्ता की उनके ही दुकान के बाहर अज्ञात कातिलों ने गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी थी। इस सनसनीखेज वारदात का अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। संगठन हो या फिर जनप्रतिनिधि सभी अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं। गुरुवार को विधान सभा के अंदर सपा के विधायकों ने जो कुछ किया वह काफी हतप्रभ कर देने वाला रहा। सदन के अंदर और बाहर के हाव-भाव को देखकर हर कोई अंदाजा लगा सकता है कि इन विधायकों ने कितनी जोरदारी से कातिलों को गिरफ्तार करने की मांग उठाई। 


 


[caption id="attachment_18593" align="aligncenter" width="640"] पत्रकार नवीन गुप्ता हत्याकांड को लेकर सदन के अंदर हंगामा करने वाले सपा विधायक जब यूपी सीएम के साथ बाहर निकले तो गजब की मुस्कान थी।[/caption]

YOGESH TRIPATHI


कानपुर। Kanpur के बिल्हौर में कुछ दिन पहले “हिन्दुस्तान” अखबार के पत्रकार नवीन गुप्ता के कातिलों की गिरफ्तारी और फांसी की मांग  को लेकर विधान सभा में काफी देर तक हंगामा करने वाले समाजवादी के विधायक आखिर “सरकार” के साथ जब बाहर निकले तो सभी के चेहरों को देख साफ झलका कि सभी ने किस कदर “नौटंकी” की। सपा के इन विधायकों ने सदन के अंदर काफी देर तक शोरगुल करके यूपी की सरकार को भी बगैर पानी पीए हुए कोसा लेकिन जब सदन के बाहर आए तो उनके साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ थे और सपा विधायकों की भाव-भंगिमा बता रही थी कि सब कुछ प्रायोजित था। 


[caption id="attachment_18595" align="aligncenter" width="640"] सपा विधायकों के हंगामे की वजह से सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी लेकिन जब विधायक बाहर निकले तो उनके चेहरों ने बता दिया सबकुछ प्रायोजित था।[/caption]

समाजवादी पार्टी के विधायकों ने गुरुवार को विधान सभा के अंदर बिल्हौर में गोलियों से भूने गए पत्रकार नवीन गुप्ता के हत्यारोपितों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और सभी को फांसी पर चढ़ाने की मांग की। विधायक हाजी इरफान सोलंकी, अमिताभ बाजपेयी समेत कई सपा विधायक हाथों में तख्तियां लेकर यूपी की सरकार को कोसने लगे।

[caption id="attachment_18596" align="aligncenter" width="640"] विधान सभा के अंदर हाथों में तख्ती लेकर पत्रकार नवीन गुप्ता के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग करते हुए सपा विधायक[/caption]

हंगामें की वजह से सदन को करना पड़ा स्थगित


सपा विधायकों के हंगामें की वजह से सदन की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा। सभी विधायक काफी देर तक शोरगुल करते रहे। जिसकी वजह से सदन की कार्रवाई में व्यवधान पड़ने लगा। सपा विधायकों ने पत्रकार हत्याकांड को लेकर यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया। लेकिन जब सदन के बाहर आए तो यूपी सीएम के साथ पूर्व मंत्री आजम खां, कानपुर से विधायक इरफान सोलंकी समेत कई सपा विधायक थे, जिनके चेहरे पर स्माइल थी।

सपा विधायकों की असली तस्वीर सदन के बाहर दिखी


विधान सभा के अंदर पत्रकार नवीन गुप्ता हत्याकांड पर जमकर बवाल मचाने वाले सपा के कुछ विधायकों और नेताओं की वास्तविक तस्वीर सदन के बाहर दिखी। पत्रकार की हत्या पर सदन में काफी देर तक नौटंकी करने वाले ये विधायक सदन के अंदर जिस "सरकार" को कोस रहे थे बाद में उनके साथ ही निकले। वह भी चेहरों पर गजब की मुस्कान लिए।

पत्रकार हत्याकांड पर सिर्फ राजनीति रोटियां सेंकी जा रहीं


पत्रकार नवीन गुप्ता हत्याकांड को दो सप्ताह से भी अधिक का समय हो चुका है लेकिन कातिल और कत्ल की साजिश रचने वाला सफेदपोश अभी भी पुलिस और STF की पकड़ से कोसों दूर हैं। शहर में पत्रकारों के संगठनों ने भी कई दिनों तक प्रदर्शन कर किया लेकिन नतीजा सिफर ही रहा। अब बारी थी राजनीतिक दलों की तो भला वह कैसे पीछे रहते। फोटो खिंचवाने और सदन की कार्रवाई को बाधित करवाने के बाद सभी विधायक बाहर आ गए।

पत्रकार के पीड़ित परिजनों को किसी ने नहीं जाना हाल-चाल


पत्रकार संगठन हो या फिर राजनीतिक दल के माननीय, दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी किसी ने पत्रकार के पीड़ित परिजनों का हालचाल नहीं लिया। कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय कपूर को यदि छोड़ दिया जाए तो किसी भी संगठन या फिर राजनीतिक दल के माननीय ने पीड़ित परिवार के जख्मों पर मरहम लगाना तो दूर आर्थिक मदद नहीं की। हां शासन से सभी ने 50 लाख रुपए की मदद देने की मांग कर दी।